हाईकोर्ट: पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप में सरकार को जांच का निर्देश
- मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर की गई है शिकायत
- लॉ कॉलेज में छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप
- सरकार को जांच का निर्देश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार (न्यायिक) ने राज्य सरकार से पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में गुंडागर्दी, यौन उत्पीड़न और रैगिंग के आरोपों की जांच करने को कहा है। मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर इसकी शिकायत की गई है। कॉलेज के छात्रों और पूर्व छात्रों ने पत्र का समर्थन किया है। मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय को पत्र लिखा गया है, जिसमें पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में गुंडागर्दी, यौन उत्पीड़न और रैगिंग के आरोपों की जांच का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। सात पन्नों के पत्र में रैगिंग और गुंडागर्दी के कई उदाहरण दिए गए हैं। यौन उत्पीड़न के एक मामले में एक छात्र ने केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्रालय से सहायता मांगी है, जिसके कारण पुलिस में शिकायत हुई.
छात्र को सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति से अपील करनी पड़ी, जिससे आईएलएस लॉ कॉलेज संबद्ध है। इन प्रयासों के बावजूद कॉलेज के अधिकारी उदासीन बने हुए हैं और छात्रों की शिकायतों को दूर करने में विफल रहे हैं। अदालत ने राज्य सरकार से पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में यौन उत्पीड़न और रैगिंग के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया है।