विदेशी पर्यटकों को लुभाने सिंधुदुर्ग के आंबोली में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देगी सरकार

  • आंबोली में एडवेंचर टूरिज्म
  • विदेशी पर्यटकों को लुभाने की कवायद
  • टूरिज्म को बढ़ावा देगी सरकार
  • दुर्लभ जीवजंतु देख पाएंगे पर्यटक

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-13 15:09 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश के दूसरे चेरापूंजी के रुप में मशहूर सिंधुदुर्ग के आंबोली में मॉनसून के दौरान पर्यटक तो खूब आते हैं लेकिन वे कुछ घंटे बिताकर आगे गोवा के लिए निकल जाते हैं। सरकार चाहती है यहां आने वाले पर्यटक यहां कुछ वक्त बिताएं। यहां खासतौर पर एंडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की रणनीति बनाई गई है जिससे विदेशी पर्यटकों को लुभाया जा सके। फिलहाल आंबोली में 12 अगस्त से 16 अगस्त के बीच वर्षा पर्यटन महोत्सव चल रहा है जिसके जरिए देशभर से पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है। शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि बरसात में तो यहां देश विदेश के हजारों पर्यटक आते हैं जुलाई, अगस्त महीने में देश में सबसे ज्यादा औसत बरसात आंबोली में ही होती है। यहां बड़ी संख्या में झरने हैं जिनका आनंद लेने पर्यटक बरसात में आते हैं लेकिन हम चाहते हैं कि इलाके में पूरा साल पर्यटक आएं। ऐसा एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देकर किया जा सकता है। यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स की काफी संभावनाएं हैं। सरकार अगले छह महीने में यहां सुरक्षित एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए सभी जरूरी इंतजाम करेगी। विदेशी खासकर अमेरिका और जर्मनी के लोगों को एंडवेंचर टूरिज्म काफी पसंद है जिन्हें आकर्षित करने की कोशिश की जाएगी। केसरकर ने कहा कि यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर बनाया जाएगा साथ ही हैंड ग्लाइडिंग, बंजी जंपिंग, गोल्फ कोर्स, मनोरंजन पार्क बनाए जाएंगे जिससे सालभर पर्यटक यहां आते रहें। सिंधुदुर्ग एडवेंचर टूरिज्म के कमलेश चव्हाण ने बताया कि यहां पहले से सुरक्षित तरीके से कई एडवेंचर स्पोर्ट्स के विकल्प उपलब्ध हैं। रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, वैली क्रासिंग जैसी माउंटन एक्टिविटी पहले से मौजूद है। यह अच्छी बात है कि सरकार इसे और बढ़ावा देना चाहती है। इससे स्थानीय युवकों के लिए रोजगार के और मौके बढ़ेंगे।

यहां के दुर्लभ जीवजंतु देख पाएंगे पर्यटक

सह्यार्द्री पर्वत माला पर बसे आंबोली और आसपास के गावों में कई दुर्लभ जीवजंतु हैं जो कहीं और नहीं मिलते। सरकार की यह भी कोशिश है कि इन्हें देखने के लिए भी लोगों को उत्साहित किया जाए। आंबोली और आसपास एक हजार से ज्यादा वनऔषधियां, 40 तरह के जीव, 450 अलग-अलग पक्षी, 410 तितलियों की प्रजाति, 28 प्रजाति के सांप और 36 प्रजाति के मेढक पाए जाते हैं। जो पर्यटकों को काफी लुभा सकते हैं। पर्यटकों को जागरुक किया जाएगा कि वे ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे जीवजंतुओं को कोई नुकसान हो। इसके अलावा यहां लकड़ी को छोड़कर जंगल आधारित दूसरे उत्पादों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। सिंधुदुर्ग की जिलाधिकारी के मंजूलक्ष्मी ने कहा कि हमारी कोशिश यह है कि लोग अपने घरों में ही साथ सुथरे तरीके से पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था करें। यह पर्यटकों को भी अच्छा लगता है और इससे स्थानीय लोगों की आय भी बढ़ेगी।

Tags:    

Similar News