मानधन वृद्धि: सरकारी मेडिकल कॉलेज-अस्पतालों के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के अच्छे दिन
- चिकित्सकों के मानधन में 9 से 10 हजार रुपए की वृद्धि
- हर महीने अब मिलेंगे 85 हजार रुपए
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के अच्छे दिन आ गए हैं। दो साल इंतजार के बाद चिकित्सकीय शिक्षा विभाग ने मानधन में बढ़ोतरी की इनकी मांग पूरी कर दी है। हर महीने इनके मानधन में करीब 9 से 10 हजार रुपए की वृद्धि की गई है। सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों के करीब 3 हजार वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों को इसका फायदा मिलेगा।
रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन सेंट्रल मार्ड ने मानधन बढ़ाने को लेकर कई बार आंदोलन किया। सेंट्रल मार्ड के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत हेलगे ने बताया कि अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को कम मानधन मिल रहा था। डॉक्टरों को अब हर महीने 85 हजार रुपए मानधन के रूप में मिलेंगे, जो पहले करीब 76 हजार रुपए था। अनुकूल फैसले के लिए संगठन ने चिकित्सकीय शिक्षा मंत्री हसन मुश्रिफ़, आयुक्त राजीव निवतकर और डीएमईआर के निदेशक डॉ. अजय चंदनवाले का आभार प्रकट किया है।
जूनियर डॉक्टरों के लिए भी होगा आंदोलन
डॉ. अभिजीत ने बताया कि जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के मानधन की वृद्धि की मांग सेंट्रल मार्ड अब राज्य सरकार से करेगी। उन्होंने बताया कि मुंबई मनपा और राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेजों को मिलाकर करीब 10 हजार जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं। इन डॉक्टरों का भी मानधन एक लाख रुपए तक करने की मांग की जाएगी।
अलग-अलग राज्यों की स्थिति
डॉ. अभिजीत ने बताया कि केंद्र सरकार संचालित मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों के सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को मानधन करीब 1.20 लाख रुपए तक मिलता है। मध्य प्रदेश में 80 हजार, गुजरात में 90 हजार और बिहार में करीब 86 हजार रुपए रेजिडेंट डॉक्टरों को मिलते हैं।