विकास: साल 2023 में टूटा 7 साल का रिकॉर्ड , 3927 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट हुए पूरे
- मुंबई एमएमआर में पूरे हुए 1552 प्रोजेक्ट्स
- पुणे 1372, नाशिक 500, नागपुर 318 ,संभाजीनगर 123,
- टॉप-5 में जुट हुए बड़े शहरों के प्रोजेक्ट्स
सुजीत गुप्ता, मुंबई। विगत 7 सालों में पहली बार साल 2023 में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पूरा होने का रिकॉर्ड टूटा हैं। महारेरा की स्थापना के बाद पहली बार राज्य में एक साल में 3927 आवासीय परियोजनाएं पूरी की गई हैं। इस दौरान जिन टॉप 5 शहरों में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पूरी हुए हैं उनमें मुंबई एम एम आर में 1552 प्रोजेक्ट्स के साथ ही पुणे में 1372, नाशिक में 500 ,नागपुर में 318 और संभाजीनागर में 123 प्रोजेक्ट्स का समावेश हैं। 2019 से 2021 तक इन 3 साल में हर साल 2 हजार से ज्यादा हाउसिंग प्रोजेक्ट पूरे हुए। 2019 में 2232; 2020 में 2573 और 2021 में 2326 आवासीय परियोजनाएं पूरी हुईं। हालांकि, 2022 में रियल एस्टेट सेक्टर पर कोरोना की भारी मार पड़ने के कारण 2022 में केवल 1749 परियोजनाएं ही पूरी हो सकीं थी।
साल 2023 में सबसे अधिक परियोजना पूर्ण होने की संख्या कोंकण क्षेत्र में है, जिसमें मुंबई, मुंबई उपनगरीय ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग आदि शामिल हैं। इस क्षेत्र में 1552 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।इसके बाद पुणे क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में 1372 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनमें पुणे के अलावा सतारा, कोल्हापुर, सोलापुर, सांगली के क्षेत्र भी शामिल हैं। इसके बाद नासिक, अहमदनगर, धुले, जलगांव, नंदुरबार सहित नासिक क्षेत्र में 500 परियोजनाएं और नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा, गढ़चिरौली, गोंदिया, वर्धा सहित नागपुर क्षेत्र में 318 परियोजनाएं पूरी की गई हैं। संभाजीनगर क्षेत्र में 123 जिसमें संभाजीनगर, जालना, बीड, नांदेड़, लातूर, हिंगोली, परभणी शामिल हैं। अमरावती, अकोला, बुलदाना, यवतमाल, वाशिम सहित अमरावती क्षेत्र में 56 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि दिव दमन में 6 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।
2022 में कोरोना के कारण राज्य में केवल 1749 परियोजनाएं पूरी हुईं। इसमें कोंकण क्षेत्र में 780, पुणे क्षेत्र में 583, नासिक क्षेत्र में 210, नागपुर क्षेत्र में 74, संभाजीनगर क्षेत्र में 73, अमरावती क्षेत्र में 26 और दादरा नगर हवेली में 3 परियोजनाएं पूरी हुई
महारेरा यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है कि परियोजना समय पर पूरी हो और घर खरीदारों का निवेश सुरक्षित रहे। महारेरा ने चल रहे प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए माइक्रो कंट्रोल सेल शुरू किया है। यही कारण है कि महारेरा त्रैमासिक विभिन्न परियोजना प्रगति रिपोर्ट (क्यूपीआर) पर जोर देता है। इससे समय रहते प्रोजेक्ट में त्रुटियों का पता लगाना संभव हो जाता है।
महारेरा ने भविष्य में परियोजना को पूरा करने में किसी भी समस्या से बचने के लिए नया पंजीकरण नंबर जारी करते समय प्रस्ताव की सख्त कानूनी, वित्तीय और तकनीकी जांच शुरू कर दी है। महारेरा यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार सुधार कर रहा है कि परियोजना निर्धारित समय के भीतर पूरी हो जाए। -अजॉय मेहता, अध्यक्ष, महारेरा
महारेरा के अंतर्गत अब तक पूर्ण की गई परियोजनाओं का वर्षवार विवरण
2017 404
2018 1595
2019 2232
2020 2573
2021 2326
2022 1749
2023 3927