हिट एंड रन मामला: महाराष्ट्र विधानसभा में फडणवीस ने कहा- पुणे के सभी पबों की हो रही है एआई कैमरों से निगरानी

Fadnavis said in Maharashtra Assembly- All the pubs in Pune are being monitored with AI cameras

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-28 16:14 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे पोर्शे हिट एंड रन मामला शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा में गूंजा। राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। फडणवीस ने विधानसभा में एलान करते हुए कहा कि पुणे में जितने भी पब शुरू हैं, उन सभी की निगरानी एयर इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों से कराई जा रही है, ताकि उनके शुरू और बंद होने की जानकारी पुलिस को मिल सके। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन ने 70 पबों पर कार्रवाई कर उनके लाइसेंस को रद्द कर दिया है। विधायक सुनील प्रभु, विजय वडेट्टीवार, नाना पटोले और असलम शेख ने ध्यानाकर्षण के दौरान यह मुद्दा उठाया।

फडणवीस ने कहा कि आरोपी अमीर हो या गरीब, कानून सभी के लिए बराबर है। उन्होंने माना कि शुरुआत में पुलिस ने इस मामले में ढिलाई बरती थी, जिसकी वजह से सरकार ने कुछ पुलिस वालों को निलंबित किया है। इसके अलावा इस मामले में आरोपी युवक के माता-पिता और उसके दादा को भी गिरफ्तार किया है। लीगल और टेक्निकल साक्ष्यों के आधार पर सरकार इस मामले में कोई भी कोताही नहीं बरत रही है। फडणवीस ने कहा कि भले ही साढ़े छह घंटे बाद आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ हो और मेडिकल हुआ हो, लेकिन पुणे पुलिस कमिश्नर इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं।

फडणवीस ने कहा कि पुणे एक व्यावसायिक हब है लेकिन विपक्ष के लोग उसे "उड़ता पंजाब" के नाम से बदनाम कर रहे हैं। इससे राज्य की बदनामी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद पुलिस एक्शन में आई है और शहर के 70 पबों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं, जबकि जो पब चालू है उनकी एयर इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसके अलावा बालिग लोगों को ही पबों में प्रवेश दिया जा रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुणे का ससून अस्पताल ड्रग्स बेचने का अड्डा बन गया है। यहां तक कि वडेट्टीवार ने पबों से उगाही की रेट लिस्ट विधानसभा में उजागर करते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस पबों से 5 लाख रुपए तक का हफ्ता वसूल रही है और यह सब राजनेताओं के इशारे पर हो रहा है। फडणवीस ने वडेट्टीवार के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की लिस्ट की कोई जानकारी नहीं है।

ससून अस्पताल के डॉ. अजय तावड़े के नार्को टेस्ट की विधायक जितेंद्र आव्हाड की मांग पर फडणवीस ने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच गंभीरता से कर रही है। इसलिए नार्को टेस्ट की जरूरत नहीं है। फडणवीस ने यह भी कहा कि आरोपी को बचाने के लिए पुणे के पुलिस स्टेशन में किसी भी मंत्री या नेता ने दबाव के लिए फोन नहीं किया था। सिर्फ स्थानीय विधायक ही मौके पर पहुंचे थे। इस मामले की घटना के सीसीटीवी फुटेज है

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