खतरनाक साइड इफेक्ट: डॉक्टर हों तब भी खुद से न करें अपना इलाज, विशेषज्ञों और आईएमए की अपील
- मुंबई के सरकारी अस्पताल में हो गई थी छात्र की मौत
- विशिष्ट दवाइयां विशेषज्ञों की सलाह पर लें
- विशेषज्ञों और आईएमए ने की डॉक्टरों से अपील
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनपा के सायन अस्पताल में पिछले दिनों सर्जरी विभाग के द्वितीय वर्ष के एक मेडिकल छात्र की लाश उसके कमरे में मिली थी। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि डॉक्टर बीमार था और उसने खुद से कोई दवा ले ली थी, जिसके रिएक्शन से उसकी मौत हो गई। इसे देखते हुए विशेषज्ञों सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने डॉक्टरों को सुझाव दिया है कि वे खुद का इलाज करने से बचें। जिस तरह से सेल्फ मेडिकेशन आम लोगों के लिए खतरनाक है, उसी तरह से यह डॉक्टरों के लिए भी खतरनाक है। सायन अस्पताल के निवासी डॉक्टर डॉ.सौरभ धुमाल ने बुखार आने पर दो दिनों तक सलाइन में एंटीबायोटिक्स दवा ली थी। इसके रिएक्शन के कारण उनकी मौत हो गई। इस घटना से एक बार फिर सेल्फ मेडिकेशन के दुष्परिणामों का मुद्दा गरमा गया है। अब इसे लेकर विशेषज्ञों सहित आईएमए ने सभी डॉक्टरों से अपना खुद का इलाज खुद से करने की बजाय विशेषज्ञों की सालह लेकर कराने का सुझाव दिया है।
विशिष्ट दवाइयां विशेषज्ञों की सलाह पर लें
मनपा के प्रमुख अस्पतालों के पूर्व निदेशक डॉ.अविनाश सुपे ने बताया कि यदि सर्दी के सरल उपचार हों तो एक बार समझ सकते हैं। लेकिन रोग बढ़ने के कारण कुछ विशिष्ट दवाइयों की आवश्यकता हो तो वह विशेषज्ञों की सलाह पर ही लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अतीत में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां अपने मन से दवा लेने के कारण बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हुई हैं।
सेल्फ मेडिकेशन में कर बैठते हैं गलती
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, महाराष्ट्र के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. संतोष कदम के मुताबिक कोई डॉक्टर कितना भी बुद्धिमान क्यों न हो, उसे अपना इलाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें डॉक्टर अपना इलाज करते समय कुछ गलती कर सकता है। विशेषकर यदि चिकित्सक बीमार है और उसे सलाइन लगाने की जरूरत है तो उसे घर पर लगाने की बजाय नर्सिंग होम या अस्पताल में लेनी चाहिए। क्योंकि किसी भी दवा का कभी भी रिएक्शन हो सकता है।
विशेषज्ञों से सलाह लें
आईएमए जूनियर डॉक्टर नेटवर्क के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. इंद्रनील देशमुख ने बताया कि एमबीबीएस की पढ़ाई में बीमारियों के इलाज के प्रति हमें बुनियादी चीजें बताई जाती हैं। हर बीमारी का इलाज हम अपना खुद से नहीं कर सकते है। इसलिए कोई भी बीमारी हो तो डॉक्टरों को विशेषज्ञों की सलाह पर दवा लेनी चाहिए।