राज्य में 462 शत्रु संपत्ति: आजादी के 76 वर्ष बाद भी राज्य सरकार शत्रु संपत्तियों पर नहीं कर सकी कब्जा

  • 271 मुंबई और उपनगरों में शत्रु संपत्ति
  • राज्य में 462 शत्रु संपत्ति
  • देश में 16 हजार शत्रु संपत्ति
  • 1,467 संपत्तियों पर भू-माफिया का कब्जा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-14 14:58 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। आजादी के 76 वर्ष बाद भी राज्य सरकार उस जमीन का मालिकाना हक नहीं ले सकी है जिसके मालिक साल 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए थे। पाकिस्तान जाने वाले इन लोगों की भारत में मौजूद संपत्ति को शत्रु संपत्ति (एनिमी प्रॉपर्टी) के नाम से जाना जाता है। दुश्मन की इस संपत्ति पर सरकार का कब्जा होना चाहिए लेकिन सरकार के ढुलमुल रवैये के चलते इन संपत्तियों पर भूमाफियाओं का कब्जा हो गया है। राज्य में कुल 11 जिलों में 462 शत्रु संपत्तियां हैं, जिनमें से मुंबई उपनगर में 181 और ठाणे में 90 संपत्तियों की निशानदेही हुई है। खास बात ये है कि अभी तक ज्यादातर संपत्तियों पर सरकार कब्जा नहीं कर सकी है।

मुंबई से सटे काशीमीरा (मीरा रोड) इलाके में रहने वाले कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो आजादी के समय देश छोड़कर पाकिस्तान चले गए, लेकिन उनकी संपत्तियों को गैरकानूनी तरह से बेच दिया गया। खबर है कि मीरा रोड की एक संपत्ति पर एक भूमाफिया की मदद से इसका सौदा भी हुआ है। पाकिस्तान गए एक परिवार के रिश्तेदार ने भारत आकर इस संपत्ति का सौदा भी कर दिया लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तब लगी जब इस संपत्ति का रजिस्ट्रेशन हो गया। मीरा रोड के निवासी गौतम अग्रवाल की शिकायत पर इसके बाद राज्य सरकार ने इस संपत्ति को लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू की है, जिसका मामला अब हाई कोर्ट में चल रहा है।

पाकिस्तान में बैठे ऐसे कर रहे भारत में सौदा

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में रह रहे लोग भारत में अपने रिश्तेदारों के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से इन संपत्तियों को देते हैं। इसके बाद उन्हें संबंधित इलाकों में जमीन की कीमत के हिसाब से बेच दिया जाता है।

यहां है शत्रु संपत्ती

शत्रु संपत्तियां मुंबई, संभाजीनगर, पुणे, पालघर और ठाणे सहित पूरे राज्य में फैली हुई हैं। मुंबई में परेल, मुंबई सेंट्रल, कोलाबा, गिरगांव, बांद्रा, वर्ली, कांदिवली और जुहू में शत्रु संपत्तियां हैं जिन पर राज्य सरकार की नजर है। जिनमें सिनेमाहाल, फ्लैट, खाली प्लॉट और जमीन शामिल हैं। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में करीब 16 हजार शत्रु संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत हजारों करोड़ रुपए है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के आंकड़ों में यह भी बताया गया है कि कि कुल 1,467 शत्रु संपत्तियों पर भू-माफियाओं ने कब्जा किया हुआ है।

जिन्ना का बंगला केंद्र के कब्जे में

दक्षिण मुंबई के मलबार हिल इलाके में मोहम्मद अली जिन्ना का घर है। इस पर जिन्ना के रिश्तेदारों ने दावा ठोंका था, लेकिन मलबार हिल के विधायक मंगल प्रभात लोढा ने कानूनी लड़ाई लड़ी और अब ये प्रॉपर्टी केंद्र सरकार के पूर्ण कब्जे में है। गौरतलब है कि आजादी के बाद शत्रु संपत्तियों की देखरेख के लिए एनिमी डिपार्टमेंट का गठन हुआ था। जो शत्रु संपत्तियों को अपने कब्जे में लेने का काम करता है।

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