मुंबई: स्पष्टता न होने से स्कूल बस मालिक परेशान, अचानक नहीं कर सकेंगे बसों का इंतजाम
- चौथी तक के विद्यार्थियों का स्कूल नौ बजे के बाद शुरू करने का मामला
- स्कूल बस मालिक परेशान
- अमल पर स्पष्टता नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य सरकार ने सभी स्कूलों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं कि आगामी शैक्षणिक सत्र से वे प्रीप्राइमरी से चौथी कक्षा तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं सुबह नौ बजे से पहले न शुरू करें। स्कूलों की ओर से इस लेकर अभी बस मालिकों को कोई जानकारी नहीं दी गई है। स्कूल बस ओनर्स एसोसिएशन के अनिल गर्ग ने कहा कि एसोसिएशन इस मामले में स्कूलों के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर शिक्षा मंत्री तक से संपर्क कर चुका है लेकिन अब तक हमें कहीं से जवाब नहीं मिला है।
हम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर हमें तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया तो ऐन मौके पर हम विद्यार्थियों के लिए बस नहीं उपलब्ध करा पाएंगे। गर्ग ने कहा कि फैसले से पहले सरकार ने न स्कूल प्रबंधकों से बात की और न ही स्कूल बस मालिकों से। इकतरफा फैसला थोप दिया गया है जिसे लेकर अब भी स्पष्टता नहीं हैं। हमें नहीं बताया जा रहा है कि कितने विद्यार्थी किस समय स्कूल से आएंगे जाएंगे। अगर विद्यार्थियों का समय बदला तो सिर्फ मुंबई में दो से ढाई हजार अतिरिक्त बसें लगेंगी।
एक स्कूल बस की कीमत करीब 28 लाख रुपए होती है। ऐसे में हम ऐन मौके पर इतने पैसे खर्च कर स्कूल बसें नहीं खरीद सकते। इसके अलावा अलग हमें फेरे बढ़ाने पड़े तो स्कूल बस की फीस 2 हजार रुपए प्रति विद्यार्थी से बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रति विद्यार्थी करनी पड़ेगी। गर्ग ने कहा कि मुंबई और आसपास के इलाकों का मौसम सामान्य होता है यहां न तो बहुत ज्यादा गर्मी होती है और न ही बहुत सर्दी और कोहरे की समस्या होती है। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए समय में बदलाव करने का कोई तुक ही नहीं है। विद्यार्थियों को देर से उठने के बजाय जल्दी सोने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।