बड़ी पहल: सुन्नी बिलाल मस्जिद से नशा मुक्त मुंबई मुहिम, लोगों को जागरूक करेंगे उलेमा
- रमजान में मस्जिद-मदरसों से गूंजेगी नशे के खिलाफ आवाज
- लोगों को जागरूक करेंगे उलेमा
- इस्लाम में नशा करना हराम
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पाक माना जाता है। इसी पाक महीने के परिप्रेक्ष्य में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ी है। ‘नशा मुक्त मुंबई’ मुहिम की घोषणा रविवार को दक्षिण मुंबई के सुन्नी बिलाल मस्जिद से की गई। इसके तहत मस्जिद और मदरसों से उलेमा नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे और लोगों को नशे से दूर रहने का अनुरोध करेंगे। मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ और रजा अकादमी के संस्थापक महासचिव सईद नूरी की अध्यक्षता में सुन्नी बिलाल मस्जिद में आयोजित कार्यक्रम में मुंबई सहित ठाणे, मुंब्रा व आसपास के इलाकों की मस्जिदों-मदरसों के उलेमा शामिल हुए। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी शामिल हुए। इसमें सरकार से अपील की गई कि नशीले पदार्थों के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उलेमा अपने-अपने क्षेत्र में खुलेआम हो रहे नशे के कारोबार की जानकारी भी देंगे।
इस्लाम में नशा करना हराम
रजा अकादमी के सईद नूरी ने कहा कि इस्लाम में नशा करना हराम है। मुसलमानों को इस्लामी शिक्षा का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस रमजान में जुमे की नमाज के साथ-साथ रोजाना होनेवाली नमाज के बाद मस्जिद-मदरसों से उलेमा नशे के खिलाफ मुसलमानों को जागरूक करेंगे।नशा मुक्त हो शहर…हमारी जिम्मेदारी
मौलाना मोईन मियां ने कहा कि मुस्लिम इलाकों में नशाखोरी और नशीली दवाओं की बिक्री आम होती जा रही है। आसानी से इन इलाकों में नशीले पदार्थ मिल जाते हैं। बेचने वालों ने अपना अड्डा बना लिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्मगुरु होने के नाते अपने शहर को नशा मुक्त करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी उलेमाओं को मस्जिदों-मदरसों से नशे के खिलाफ आवाज बुलंद करने का संकल्प दिलाया।
पुलिस करे सख्त कार्रवाई
मौलाना मोईन मियां ने सभी उलेमाओं की तरफ से इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से नशे के सौदागरों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि कई ऐसे इलाके हैं, जहां मस्जिदों के बाहर नशे के सौदागर खुलेआम नशीले पदार्थ बेचते हैं। उन्होंने कहा कि इस कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
निगरानी समिति बनेगी
विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति को ही नहीं, पूरे परिवार को प्रभावित करता है। नशा हर धर्म के लिए हानिकारक है, चाहे वह मुस्लिम हो या हिंदू, सिख हो या ईसाई। नशा किसी के लिए भी अच्छा नहीं है। उन्होंने बताया कि निगरानी समिति बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा है।
सरकार देगी साथ
विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने कहा कि नशे के खिलाफ मुहिम में राज्य सरकार आपके साथ है। यह भी कहा कि उन्होंने मौलाना मोईन मियां को निगरानी समिति का अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया है।