सियासत: छगन भुजबल की घर वापसी को लेकर शुरु है चर्चा, शिंदे के मंत्री की बयानबाजी से बढ़ रही मुश्किल
- लोकसभा चुनाव में सीट न मिलने से हैं नाराज
- छगन भुजबल को नासिक से लोकसभा उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थी
- घर वापसी की चर्चा
डिजिटल डेस्क, मुंबई. नाशिक से लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका न मिलने से नाराज छगन भुजबल की नाराजगी लगातार सामने आ रही है। राज्य की शिंदे सरकार के कैबिनेट मंत्री भुजबल जिस तरह लगातार महायुति को परेशानी में डालने वाले बयान दे रहे हैं, उससे उनकी घर वापसी की चर्चा शुरु हो गई है। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद संभव है वे विपक्षी गठबंधन के पाले में नजर आए।
दरअसल भाजपा छगन भुजबल को नासिक से लोकसभा उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थी। बकौल भुजबल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाने का आश्वासन दिया था। पर शिवसेना (शिंदे) यह सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुई। जिससे भुजबल की लोकसभा लड़ने की इच्छा पूरी नहीं हो सकी। इसके बाद से भुजबल की नाराजगी उन्हें बयानों से सामने आ रही है। नासिक लोकसभा सीट नहीं मिलने से नाराज भुजबल ने ऐसे बयान देने शुरू कर दिए जिससे महायुति के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती है। पिछले कुछ दिनों में उन्होंने एक के बाद एक बयान देकर सत्ताधारी महायुति के रुख का खंडन कर रहे हैं।
घाटकोपर होर्डिंग हादसे के वक्त उद्धव ठाकरे का बचाव करने के बाद अब वे सत्ताधारी महायुति से उलट राकांपा (शरद) के नेता जीतेंद्र आव्हाड के समर्थन में उतर आए हैं। समझा जा रहा है कि 4 जून के बाद आने वाले नतीजों के बाद अगर राज्य में महाविकास अघाड़ी का दबदबा बढ़ेगा तो छगन भुजबल को महाविकास अघाड़ी का इंतजार करते देखना कोई आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए.