बाधा: आचार संहिता लगने से पहले शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने की मांग
- कई राज्यों में प्रक्रिया नहीं हो सकी है पूरी
- शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने की मांग उठी
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया आचार संहिता के चलते बाधित हो सकती है। इसलिए शिक्षक संगठन मांग कर रहे हैं कि नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए। फिलहाल पवित्र पोर्टल के जरिए शिक्षकों के 21678 पदों पर नियुक्तियां की जा रहीं हैं लेकिन कई जिलों में नियुक्ति की प्रक्रिया अटकी पड़ी है। वहीं लोकसभा चुनावों की तैयारियां अंतिम चरण में है और चुनाव आयोग अगले कुछ दिनों में मतदान की तारीखों की घोषणा कर सकता है।
मतदान की तारीखों का ऐलान होते ही भर्ती प्रक्रिया स्थगित हो जाएगी जो नतीजों के बाद ही शुरू हो पाएगी। शिक्षक नेता और भाजपा प्रदेश कार्यकारिणा के सदस्य अनिल बोरनारे ने कहा कि सिर्फ रत्नागिरी जिले में 1014 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। प्रक्रिया आचार संहिता लगने से पहले पूरी करने के लिए मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर को पत्र लिखा है।
पवित्र पोर्टल के जरिए शिक्षकों का चयन किया जा चुका है। उनके कागजात की जांच भी हो चुकी है लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र देने का काम रुका हुआ है। जरूरी है कि इन शिक्षकों को प्रशासन जल्द नियुक्ति पत्र दे। महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद के शिवनाथ दराडे ने कहा कि रायगड जिले में भी एक हजार से ज्यादा नियुक्तियां बाकी हैं।
कई जिलों से इसी तरह की जानकारी सामने आ रही है। अगर आचार संहिता लगने से पहले नियुक्तियां नहीं की गई तो प्रक्रिया करीब दो महीने के लिए रुक जाएगी। शैक्षणिक सत्र इस साल 30 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
अगर नियुक्तियां अभी हो गई तो शिक्षक जून से शुरू होने वाले सत्र की तैयारी कर सकेंगे। अगले शैक्षणिक सत्र में किस शिक्षक को कौन सा विषय पढ़ाना है यह पहले तय किया जाता है। इसलिए नियुक्तियां हो गईं तो स्कूलों के लिए योजना बनाना आसान होगा।