चढ़ता पारा घटता पानी: गहराता संकट - गर्मी बढ़ने के साथ तेजी से गिर रहा झीलों-जलाशयों में पानी का स्तर
- सूखे के साए में राज्य के कई संभाग, मई महीने तक संकट गहराने के आसार
- प्रदेश के जलाशयों में मात्र 35.45 फीसदी जल उपलब्ध
- पिछले साल की तुलना में 8.85 फीसदी कम पानी
- मराठावाडा में स्थिति गंभीर, मात्र 26.35 फीसदी पानी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। तपती गर्मी के बीच प्रदेश के जलाशयों का जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है। इससे राज्य में मई महीने तक जलसंकट गहराने के आसार हैं। राज्य के जलाशयों में 35.45 प्रतिशत पानी बचा है। जबकि पिछले साल 8 अप्रैल 2023 को 44.30 प्रतिशत जलभंडारण था। यानी प्रदेश में पिछले साल की तुलना में फिलहाल 8.85 प्रतिशत पानी कम है। प्रदेश भर में सबसे अधिक मराठवाडा संभाग के जलाशयों की स्थिति बिकट नजर आ रही है। पिछले साल की तुलना में मराठवाडा के जलाशयों में 26.35 प्रतिशत जलभंडारण कम है। छत्रपति संभाजीनगर विभाग के जायकवाडी, बीड के मांजरा जलाशय का जलस्तर घट गया है। वहीं बीड का माजलगांव जलाशय पूरी तरह से सूख गया है। नागपुर विभाग के जलाशयों में पिछले साल से ज्यादा जलभंडारण है। वहीं अमरावती विभाग के जलाशयों में बीते साल जितना पानी उपलब्ध होने से राहत नजर आ रही है।
छत्रपति संभाजी नगर का माजलगांव जलाशय सूखा
सोमवार को प्रदेश सरकार के जलसंसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के 2,994 जलाशयों में 21,299 दलघमी (दस लाख घन मीटर) जल भंडारण है। जिसमें से 14,353.41 उपयोग करने लायक पानी बचा है। छत्रपति संभाजीनगर के 920 जलाशयों में पिछले साल के 44.31 प्रतिशत की तुलना में फिलहाल महज 17.97 प्रतिशत पानी बचा है। नागपुर विभाग के 383 जलाशयों में पिछले साल के 28.49 प्रतिशत की तुलना में अभी 47.08 प्रतिशत पानी का भंडारण है। अमरावती विभाग के 261 जलाशयों में पिछले साल के 47.18 प्रतिशत की तुलना में अभी 47.67 प्रतिशत पानी उपलब्ध है।
नाशिक विभाग के 537 जलाशयों में पिछले साल 50.65 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। इसकी तुलना में फिलहाल नाशिक विभाग के जलाशयों में 36.35 प्रतिशत जलभंडारण है। पुणे विभाग के 720 जलाशयों में बीते साल के 44.42 प्रतिशत के मुकाबले 33.65 प्रतिशत जलसंचय है। कोंकण विभाग के 173 जलाशयों में पिछले साल के 50.30 प्रतिशत पानी की तुलना में अभी 48.79 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। छत्रपति संभाजीनगर के 920 जलाशयों में पिछले साल के 44.31 प्रतिशत की तुलना में फिलहाल महज 17.97 प्रतिशत पानी बचा है। नागपुर विभाग के 383 जलाशयों में पिछले साल के 28.49 प्रतिशत की तुलना में 47.08 प्रतिशत पानी का भंडारण है। अमरावती विभाग के 261 जलाशयों में पिछले साल के 47.18 प्रतिशत की तुलना में अभी 47.67 प्रतिशत पानी उपलब्ध है।
जलाशयों में विभागवार जलस्तर
विभाग पिछले साल वर्तमान जलभंडारण
छत्रपति संभाजीनगर 44.31 % 17.97 %
नागपुर 28.49 % 47.08 %
अमरावती 47.18 % 47.67 %
नाशिक 50.65 % 36.35 %
पुणे 44.42 % 33.65 %
कोंकण 50.30 % 48.79 %
प्रमुख जलाशयों में उपलब्ध पानी
जलाशय पिछले साल वर्तमान
जायकवाडी 52.36 % 18.03 %
गोसीखुर्द 25.40 % 44.27 %
माजलगांव 51.62 % 0.00 %
मांजरा 55.83 % 6.36 %
कोयना 46.55 % 44.27 %