मुंबई: चैत्य भूमि में नमन के लिए अनुयायियों का हुजूम, स्मारक दिसंबर 2024 तक पूरा करने का प्रयास
- अनुयायियों का हुजूम
- भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का 67वां महापरिनिर्वाण दिवस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर दादर स्थित चैत्य भूमि में नमन के लिए अनुयायियों का हुजूम उमड़ पड़ा। राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी चैत्य भूमि पर बाबासाहेब को आदरांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इंदु मिल में भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के भव्य स्मारक का निर्माण काम शुरू है। राज्य सरकार का प्रयास है कि अगले साल यानी 6 दिसंबर 2024 को जब आंबेडकर के अनुयायी चैत्यभूमि पर आएंगे तब अनुयायी महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर आंबेडकर स्मारक में भी जाकर नमन कर सके। बुधवार को बाबासाहेब आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर दादर के चैत्यभूमि में कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर फडणवीस ने कहा कि नागपुर में आंबेडकर की दीक्षा भूमि पर 200 करोड़ रुपए का काम शुरू किया गया है। दीक्षा भूमि को वैश्विक स्तर का बनाने का प्रयास है। जबकि उपमुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा कि महायुति सरकार इंदू मिल में बनने वाले आंबेडकर स्मारक के लिए निधि कम नहीं पड़ने देगी। आंबेडकर का विश्व स्तरीय स्मारक बनाया जा रहा है।
दिसंबर 2024 तक काम पूरा करना संभव नहीं - आनंदराज आंबेडकर
रिपब्लिकन सेना के अध्यक्ष आनंदराज आंबेडकर ने कहा कि उपमुख्यमंत्री फडणवीस के दावे को खारिज कर दिया है। आनंदराज ने कहा कि सरकार का कहना है कि इंदु मिल स्मारक का काम एक साल में पूरा हो जाएगा। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि 6 दिसंबर 2024 को अनुयायी स्मारक में आकर बाबासाहेब को नमन कर पाएंगे क्योंकि गाजियाबाद में आंबेडकर की प्रतिमा बनाने में ही कम से कम ढाई साल लगेंगे। मेरी जानकारी के मुताबिक सरकार ने औपचारिक रूप से प्रसिद्ध शिल्पकार राम सुतार को प्रतिमा बनाने के लिए वर्क आर्डर नहीं दिया है। आनंदराज ने कहा कि स्मारक परिसर का फिलहाल 50 प्रतिशत सिविल वर्क बाकी है। इससे अगले एक साल में स्मारक का काम पूरा होने की संभावना नहीं है। आनंदराज ने कहा कि स्मारक परियोजना के लिए राज्य सरकार को अलग से समिति बनाना चाहिए। इससे स्मारक के काम में गति मिल सकेगी। क्योंकि अभी सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री स्मारक के काम पर निगरानी रखते हैं। फिलहाल सामाजिक न्याय विभाग मुख्यमंत्री के पास ही है। सरकार ने स्मारक का काम एमएमआरडीए पर छोड़ दिया है। आनंदराज ने कहा कि साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंबेडकर स्मारक परियोजना का भूमिपूजन किया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में जाकर सरदार वल्लभभाई पटेल के स्मारक की घोषणा की थी। केंद्र सरकार के इच्छा शक्ति के कारण गुजरात में पटेल का स्मारक तीन साल में बना लिया गया। लेकिन आंबेडकर स्मारक का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया
67वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर दादर स्थित चैत्य भूमि का नजारा
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इंदु मिल में बाबासाहेब आंबेडकर का स्मारक का काम जल्द पूरा हो जाएगा।
एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदु मिल में दुनिया को आश्चर्यचकित करने वाला बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक का निर्माण कार्य युद्धस्तर शुरू है।
रामदास आठवले, केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक का काम अगले डेढ़ से दो साल में पूरा होने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने आंबेडकर की प्रतिमा बनाने का काम गाजियाबाद में प्रसिद्ध शिल्पकार राम सुतार को दिया है। मुझे उम्मीद है कि एमएमआरडीए जल्द से जल्द स्मारक का काम पूरा करने का प्रयास करेगी।