फिल्म आदिपुरुष में वीएफएक्स के क्रेडिट मामला - बॉम्बे हाईकोर्ट से त्रिशूल मीडिया को अंतरिम राहत नहीं
अदालत ने रेट्रोफाइल्स को त्रिशूल के बकाया भुगतान के संबंध में प्रार्थना का जवाब देने के लिए दिया समय
डिजिटल डेस्क, मुंबई. बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को वीएफएक्स स्टूडियो त्रिशूल मीडिया एंटरटेनमेंट को अंतरिम राहत देने की मांग की याचिका खारिज कर दी। याचिका में दावा किया है कि वह बहुभाषी फिल्म आदिपुरुष में क्रेडिट का हकदार है।
न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरआई छागला की एकल पीठ के समक्ष शुक्रवार को वीएफएक्स स्टूडियो त्रिशूल मीडिया एंटरटेनमेंट की याचिका पर सुनवाई हुई। खंडपीठ ने दोनों पक्षों को विस्तार से सुनने के बाद अंतरिम याचिका खारिज कर दी। अदालत ने रेट्रोफाइल्स को त्रिशूल के बकाया भुगतान के संबंध में प्रार्थना का जवाब देने के लिए समय दिया। इससे पहले 16 जून को त्रिशूल ने कोर्ट से कहा था कि वह फिल्म की रिलीज पर तत्काल रोक लगाने के लिए दबाव नहीं डालेंगे।
त्रिशूल ने यह दावा करते हुए अदालत का रुख किया था कि उसने फिल्म के निर्माता रेट्रोफाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ वीएफएक्स स्टूडियो समझौता किया है। याचिका में सिनेमाघरों में फिल्म की रिलीज के बाद त्रिशूल ने परियोजना में शामिल कंपनी के कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत क्रेडिट की मांग की थी। याचिका में दावा किया गया था कि स्टूडियो के लोग लेखक थे। इसलिए उन्हें उचित श्रेय दिया जाना चाहिए। इस बीच रेट्रोफाइल्स और टी-सीरीज़ ने कहा कि त्रिशूल द्वारा दायर मुकदमा कंपनी के माध्यम से था।
याचिका खारिज करने की मांग करते हुए यह दोहराया गया कि कंपनी को पहले ही फिल्म में श्रेय दिया जा चुका है। पक्षों को विस्तार से सुना गया और उसके बाद अंतरिम राहत की याचिका न्यायमूर्ति चागला ने खारिज कर दी। अपने आवेदन के माध्यम से त्रिशूल ने 4 करोड़ 77 लाख 31 हजार 321रुपए के बकाया का भुगतान की भी मांग की थी जिसमें वीएफएक्स कंपनी को हुआ नुकसान भी शामिल था।
वकील गंधार रायकर और संकेत सिंह द्वारा दायर याचिका में कहा गया था कि रेट्रोफाइल्स प्राइवेट लिमिटेड का गठन केवल फिल्म का निर्माण करने के लिए किया गया था और पूरी संभावना है कि फिल्म रिलीज होने के बाद यह बंद हो जाएगी। बकाए के भुगतान से संबंधित बैठकों के दौरान रेट्रोफाइल्स ने कथित तौर पर त्रिशूल को कोई भी क्रेडिट देने से इनकार कर दिया। त्रिशूल ने पहले दावा किया था कि फिल्म रिलीज होने के बाद वह अपने अधिकारों को लागू करने और बकाया भुगतान पाने की स्थिति में नहीं होगी।