सुविधा: मुंबई के बीकेसी में खुला भारत का सबसे फास्ट चार्जिंग स्टेशन
- 26 मिनट में फुल चार्ज होगी कार की बैटरी
- रहेगी 100 फीसदी ग्रीन एनर्जी
- 21 रुपए प्रति यूनिट देना होगा चार्ज
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तक चार पहिया वाहन खरीदारों का यह बहाना रहता था कि पर्याप्त मात्रा में चार्जिंग स्टेशन और फास्ट चार्जिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण वे इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदारी से बच रहे हैं। लेकिन अब यह बीते समय की बात होगी। मुंबई के बीकेसी में ऑडी इंडिया ने देश का पहला अल्ट्राफास्ट चार्जिंग स्टेशन शुरू किया है। इस चार्जिंग स्टेशन की खासियत यह है कि यहां महज 26 मिनट में 100 फीसदी ग्रीन एनर्जी के साथ इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी फुल चार्ज हो जाएगी। ‘चार्ज जोन’ के सहयोग से इसे डिजाइन और विकसित किया गया है।
क्या है खासियत
अल्ट्रा-फास्ट चार्जर में एक इलेक्ट्रिक वाहन को 360 किलोवॉट बिजली देने के लिए कुल 450 किलोवॉट की क्षमता है। यह चार्जिंग स्टेशन उच्च प्रदर्शन और एफिशिएंसी सुनिश्चित करने के लिए 500 एएमपीएस लिक्विड-कूल्ड गन से लैस है। 114 किलोवॉट बैटरी (भारत में यात्री वाहन में लगने वाली सबसे बड़ी बैटरी) के साथ ऑडी क्यू-8, 55 ई-ट्रॉन केवल 26 मिनट में 20 फीसदी से 80 फीसदी तक चार्ज हो सकती है।
देना होगा 21 रुपए प्रति यूनिट
ऑडी इंडिया के अधिकारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि बीकेसी में शुरू हुए फास्ट चार्जिंग स्टेशन पर ऑडी ई-ट्रॉन के मालिक मार्च 2024 तक मुफ्त में चार्जिंग कर सकते हैं। जबकि दूसरी कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहन धारकों से 21 रुपए प्रति यूनिट लिया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में ऑडी ई-ट्रॉन मालिकों के लिए ‘चार्ज माई ऑडी' पर 1,000+ चार्ज पॉइंट उपलब्ध हैं। अगले कुछ महीनों में और भी चार्ज पॉइंट जोड़ने की योजना है।
बलबीर सिंह ढिल्लन, हेड, ऑडी इंडिया के मुताबिक मुंबई में भारत का सबसे तेज ईवी चार्जर स्थापित करना एक बड़ी उपलब्धि है और यह देश में ईवी के विकास को दर्शाता है। फास्ट चार्जर मुंबई शहर के ग्राहकों को सुविधाजनक, ऑन-द-गो चार्जिंग का लाभ देगा। यहां बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक वाहन मालिक आसानी से आ सकते हैं। रैपिड चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर काफी कम समय में चार्जिंग करने के लिए डिजाइन किया गया है। हम न केवल इंडस्ट्री के भीतर नए मानक स्थापित कर रहे हैं बल्कि पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के भविष्य को लेकर भी मजबूती से खड़े हैं।