आचार संहिता उल्लंघन: विधायकों की बैठक मामले में सरकारी सीएम आवास पर बैठक को लेकर चुनाव आयोग का नोटिस
- कांग्रेस ने लगाया है आचार संहिता उल्लंघन का आरोप
- सीएम के सरकारी आवास पर बैठक को लेकर चुनाव आयोग का नोटिस
- शिवसेना (शिंदे) विधायकों की बैठक का है मामला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बावजूद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास वर्षा पर आयोजित होने वाली शिवसेना (शिंदे) की बैठकों को चुनाव आयोग ने गंभीरता से संज्ञान में लिया है। चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री आवास वर्षा के संबंधित अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सोमवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस चोक्कलिंगम ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पार्टी की बैठक आयोजित होने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके अनुसार मुंबई शहर के निर्वाचन अधिकारी संजय यादव के जरिए कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। नोटिस का जवाब मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। चोक्कलिंगम ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के दौरान सरकारी आवास पर राजनीतिक बैठक आयोजित करना अपेक्षित नहीं है।
कांग्रेस ने की थी मांग
शनिवार को मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव को लेकर शिवसेना (शिंदे) के सांसदों और विधायकों की बैठक की थी। इस बैठक की तस्वीरें मीडिया में सामने आई थी। जिसके बाद कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने सवाल उठाया था। सावंत ने कहा था कि मुख्यमंत्री के आवास पर आचार संहिता का सरेआम उल्लंघन हो रहा है। चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करें।
दूसरी ओर कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष संध्या सव्वालाखे ने महिला आयोग के कार्यालय का इस्तेमाल चुनाव के लिए करने का आरोप लगाया है। सव्वालाखे ने महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर पर आरोप लगाया कि वह आयोग के कार्यालय का उपयोग राकांपा (अजित) के प्रचार के लिए कर रही हैं। चुनाव आयोग को चाकणकर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।