आईआईटी बांबे: आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की नियुक्ति न करने के दावे को बताया गया गलत
- आरटीआई के आधार पर एससी, एसटी, ओबीसी कोटे से जुड़े नियमों का पालन न करने का था आरोप
- आईआईटी बांबे की सफाई
- आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की नियुक्ति न करने के दावे को बताया गया गलत
डिजिटल डेस्क, मुंबई. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बांबे में पिछले शैक्षणिक वर्ष के दौरान अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के किसी भी उम्मीदवार को नियुक्त न किए जाने के दावे को संस्थान ने गलत बताया है। दरअसल अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल नाम के छात्रों के समूह द्वारा बनाए गए एक्स एकाउंट के जरिए सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी पोस्ट करते हुए दावा किया गया था कि 2023 में नियुक्त किए गए 21 शिक्षकों में से केवल चार अनुसूचित जाति के थे जबकि सामान्य वर्ग के 17 शिक्षक नियुक्त किए गए। जवाब में आईआईटी बांबे ने दावा किया है कि बताए गए आंकड़े गलत है।
2021 से अनुसूचित जाति के 27, अनुसूचित जनजाति के 6 जबकि ओबीसी एनसी वर्ग के 29 और आर्थिक रुप से पिछड़े वर्ग के एक उम्मीदवार को नौकरी के प्रस्ताव दिए गए हैं इनमें से कई प्रस्ताव स्वीकार कर चुके हैं जबकि कुछ ने अभी सहमति नहीं दी है। संस्थान का दावा है कि कई विभागों में नियुक्ति के लिए अब भी इंटरव्यू की प्रक्रिया जारी है और रिक्त स्थानों पर जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। हालांकि अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल ने सवाल उठाए है कि अगर आंकड़े गलत हैं तो आईआईटी बांबे ने आरटीआई के तहत गलत जानकारी क्यों उपलब्ध कराई। इसके अलावा समूह ने पीएचडी में दाखिले के लिए आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों की अर्जी स्वीकार न करने का भी आरोप लगाया है। इससे पहले आईआईटी बांबे के 36 फीसदी विद्यार्थियों को नौकरी न मिलने से जुड़ी खबर को लेकर भी संस्थान चर्चा में था हालांकि उस आंकड़े को भी संस्थान ने भ्रामक बताया था।
आईआईटी बांबे की रैंकिंग में सुधार, दुनिया में 45वें नंबर पर
आईआईटी बांबे इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा संस्थानों की 2024 की रैंकिंग में 45वें नंबर पर रहा है। क्वाक्वैरिली साइमंड्स द्वारा जारी रैंकिंग में साल 2023 के मुकाबले आईआईटी बांबे ने दो अंकों का सुधार किया है। इंजीनियरिंग एंड टेक्नालॉजी, नेचुरल साइंसेस, सोशल साइंसेस और मैनेजमेंट आर्ट व ह्यूमेनिटी की शिक्षा के आधार पर रैंकिग की गई। आईआईटी बांबे ने 100 में से 79.1 अंक हासिल किए। मैथमेटिक्स में संस्थान ने सबसे ज्यादा 79.6 अंक हासिल किए। रैंकिंग में हुई सुधार पर आईआईटी बांबे के निदेशक प्रोफेसर सुभासिस चौधरी ने खुशी जताई।