भारी बारिश: सीएम शिंदे ने फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने को कहा, दसवीं-बारहवीं की पूरक परीक्षा भी टली
- मुंबई में जनजीवन अस्त-व्यस्त
- बेस्ट और लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित
- पुणे में सेना की मदद से बचाव कार्य
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे में हुई भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पुणे और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। सैकड़ों घरों और सोसाइटियों में पानी भर गया है।मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सेना की अतिरिक्त टुकड़ियों के साथ नौसेना और एयरफोर्स को भी तैयार रहने को कहा है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि पुणे और आसपास के इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, फायर ब्रिगेड को लगाया गया है। इन सभी में समन्वय स्थापित करने के लिए एक कंट्रोल रूम बना दिया गया है। शिंदे ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने, उन्हें भोजन उपलब्ध कराने, दवा और पानी की व्यवस्था करने के भी निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं पुणे, रायगड और मुंबई के कलेक्टरों के साथ संपर्क में हूं। लोगों के फंसे होने की स्थिति में हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश दिए गए हैं। मंत्रालय में डिजास्टर कंट्रोल रूम से पूरे महाराष्ट्र की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सीएम शिंदे ने राज्य के लोगों से अपील की है कि अगले कुछ दिन और भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसलिए लोग बगैर किसी जरूरी कार्य के घर से बाहर नहीं निकलें।
पुणे में सेना की मदद से बचाव कार्य
पुणे के हालात खराब होते देख उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने स्थानीय प्रशासन की मांग पर सेना की एक टुकड़ी को पुणे के एकता नगर में बचाव कार्य के लिए लगाया है। इस टुकड़ी में पैदल सेना के जवान, टास्क फोर्स के इंजीनियर और डॉक्टर शामिल हैं। जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पूरी तरह से सुसज्जित हैं। इस टुकड़ी में 95 सेना के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। जबकि सेना की अतिरिक्त टुकड़ियों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। इससे पहले अजित पवार ने गुरुवार सुबह मंत्रालय में डिजास्टर कंट्रोल रूम में जाकर ठाणे, रायगड, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और सातारा जिलों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 18 एनडीआरएफ और छह एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुईं हैं। खबर है कि खड़कवासला डैम में क्षमता से ज्यादा पानी इकट्ठा होने के चलते डैम के अधिकारियों ने बुधवार देर रात पानी को छोड़ दिया था। जिसकी वजह से पुणे शहर और आसपास के इलाकों में जलस्तर बढ़ गया और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। हालांकि अजित पवार ने कहा कि डैम से गुरुवार सुबह 6 बजे पानी छोड़ा गया था।
भारी बारिश से मुंबई बेहाल, स्कूल कालेजों की छुट्टी
मुंबई में बुधवार रात से जारी जोरदार बारिश से मुंबई बेहाल रही। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगड, पालघर जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया था, जिसे शुक्रवार सबेरे 8.30 बजे तक जारी रखा है। गुरुवार को अलर्टको देखते हुए मुंबई महानगरपालिका ने स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी घोषित कर दी थी। बारिश के कारण मुंबई में कई स्थानों पर हुए जलजमाव के कारण ट्रैफिक जाम हो गया, जिस कारण सड़कों पर लंबा जाम लग गया। कई वाहन पानी में खराब होकर बंद पड़ गए। ट्रैफिक जाम और जलजमाव के कारण मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन और बेस्ट का संचालन प्रभावित हुआ। सैकड़ों बेस्ट बसों का मार्ग डाइवर्ट करना पड़ा। बारिश के बीच मुंबई को जलापूर्ति करने वाली विहार और मोडक सागर ओवर फ्लो हो गया। अब तक चार झीलें लबालब होकर बने लगी हैं। जिससे पानी का संकट खत्म हो गया है। मुंबई में गुरुवार सबेरे 8 बजे से शाम 6 बजे तक 58 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जबकि इसी समय मुंबई के पूर्वी उपनगर में 58 मिमी और पश्चिमी उपनगर में 75 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
बारवी बांध से पानी छोड़ा, दो बहे
ठाणे, रायगड और पालघर में बारिश का जोर कायम रहा। ठाणे जिले के बारवी बांध के लबालब होने के बाद पानी छोड़ा गया है। इसमें गणेश चिंधू केणे (35) और ज्ञानेश्वर बूधाजी गोंधली (35) बह गए। पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग और दमकल कर्मियों का तलाशी अभियान खबर लिखे जाने तक जारी रहा।
भारी बरसात के चलते टली दसवीं, बारहवीं की पूरक परीक्षा
मुंबई, ठाणे, रायगड, पुणे समेत राज्य के कई हिस्सों में भारी बरसात को देखते हुए 26 जुलाई को होने वाली महाराष्ट्र बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की पूरक परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक होने वाली विज्ञान व तकनीक की परीक्षा अब 31 जुलाई 2024 को इसी समय होगी। इसके अलावा 12वीं की कॉमर्शियल ऑर्गेनाइजेशन एंड मैनेजमेंट, फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, एमसीवीसी (पेपर-2) की परीक्षा जो 26 जुलाई सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होनी थी वह परीक्षा अब9 अगस्त 2024 को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी। बाकी की परीक्षाएं निर्धारित समयसारिणी के मुताबिक ही होंगी।