मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तबियत बहुत खराब, 15 अगस्त के बाद जबरन अस्पताल में कराना होगा भर्ती
- फिलहाल गृह ग्राम में आराम कर रहे हैं सीएम
- शिंदे गुट के प्रवक्ता-विधायक शिरसाट का दावा
- 15 अगस्त के बाद जबरन अस्पताल में कराना होगा भर्ती
डिजिटल डेस्क, छत्रपति संभाजीनगर. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तबियत बहुत खराब है। लेकिन वे अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस लिए 15 अगस्त के बाद उन्हें जबरन अस्पताल में भर्ती कराना पड़ेगा।' यह दावा शिंदे गुट के विधायक व प्रवक्ता संजय शिरसाट ने किया है। शिवसेना (शिंदे) गुट के प्रवक्ता के इस बयान से मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री शिंदे फिलहाल अपने पैतृक गांव गए हुए हैं। वह पुणे के चांदणी चौक फ्लाईओवर लोकार्पण समाराेह में उपस्थित नहीं रहे। शुरू में उनके कार्यक्रम में ऑनलाइन उपस्थित रहने की बात कही गई, लेकिन वे ऑनलाईन भी उपस्थित नहीं हुए। शनिवार को शिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे 24 घंटे काम करने का प्रयास करते हैं, यह बात पूरे महाराष्ट्र को पता है। इस समय उनकी तबियत ठीक नहीं है। सभी विधायकों ने उनसे डॉक्टर के पास जाने की विनती की है। लेकिन, यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो 15 अगस्त के बाद हम उनको "बलजबरी' अस्पताल में भर्ती कराएंगे। उनका स्वास्थ्य इतना खराब है कि आप कल्पना भी नहीं सकते। हम उनके नजदीक हैं, इसलिए हमें पता है। इस बीच मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि देररात तक काम करने की वजह से मुख्यमंत्री को थोड़ी बहुत बीपी की समस्या हुई है पर कोई गंभीर मामला नहीं है।
शिंदे गांव गए, लंदन नहीं
शिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है। तबियत ठीक नहीं होने से वह गांव गए। पैतृक गांव जाकर एक दिन आराम करने का उन्होंने प्रयास किया। वह लंदन में नहीं गए। यह तंज भी शिरसाठ ने विपक्षियों पर कसा।
पवार-शिंदे में कोल्ड वॉर नहीं
शिरसाट ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री शिंदे व उपमुख्यमंत्री अजित पवार में किसी प्रकार का शीतयुद्ध जारी नहीं है। वॉर रूम में अजित की बैठक का मामला हो अथवाझंडारोहण का मामला हो चर्चाओं को जाेर पकड़ने दीजिए, लेकिन हम सब एक साथ काम कर रहे हैं।