थामा कमल: आदर्श घोटाले का आरोप राजनीतिक हादसा, भाजपाई बनने पर भी चव्हाण की जुबान पर कांग्रेस
- अचानक नहीं लिया फैसला
- उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले रहे मौजूद
- भाजपाई बनने पर भी जुबान पर कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे 65 वर्षीय अशोक चव्हाण मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। लगभग 38 साल कांग्रेस में गुजारने के बाद कद्दावर नेता ने नई राजनीतिक पारी शुरू की है। पूर्व मुख्यमंत्री के कट्टर समर्थक तथा कांग्रेस के पूर्व विधान परिषद सदस्य अमरनाथ राजूरकर भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने चव्हाण का पार्टी में स्वागत किया। साल भर से उनके पाला बदलने की अटकलें लगाई जा रही थीं। माना जा रहा कि राज्यसभा चुनाव को देखते हुए चव्हाण को भाजपा में शामिल करने के लिए इतनी जल्दबाजी की गई है। सोमवार को कांग्रेस से इस्तीफा देनेवाले चव्हाण भाजपा के नए मराठा चेहरा होंगे। भाजपा चव्हाण को राज्यसभा में भेज सकती है।
छोड़नी पड़ी थी सीएम कुर्सी
आदर्श सोसायटी घोटाले को लेकर विपक्ष और कांग्रेस नेताओं की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का जवाब भी चव्हाण ने दिया। उन्होंने कहा कि आदर्श घोटाला एक राजनीतिक हादसा (पॉलिटिकल एक्सीडेंट) था। मैंने उसके बाद काफी कुछ झेला है। कांग्रेस-राकांपा की आघाडी सरकार में चव्हाण को आदर्श घोटाले का आरोप लगने के बाद 10 नवंबर, 2010 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। चव्हाण ने कहा कि उस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है। इसके खिलाफ कुछ एजेंसियों ने अपील की है। मुझे यह बहुत चिंता का मुद्दा नहीं लग रहा है।
अचानक नहीं लिया फैसला
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने का फैसला मेरे लिए आसान नहीं था। यह एक दिन में अचानक लिया हुआ निर्णय नहीं है। मैंने देश, महाराष्ट्र और अपने गृह जिले नांदेड़ के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। अब मैं अपने नए राजनीतिक जीवन की शुरुआत कर रहा हूं। चव्हाण ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। मैंने हमेशा सकारात्मक और विकास की राजनीति की है।
कांग्रेस तोड़ने की कोशिश नहीं
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में आना मेरा व्यक्तिगत फैसला है। मैंने कांग्रेस तोड़ने का कोशिश नहीं की है। कांग्रेस के किसी विधायक को भाजपा में आने के लिए संपर्क नहीं किया है। यदि भाजपा को मेरी जरूरत पड़ेगी तो मैं मदद करूंगा। इस पर फडणवीस ने कहा कि हम उचित जगह पर उनकी मदद लेंगे।
आरोपों की बौछार ठीक नहीं
चव्हाण ने कहा कि मैं यह स्वीकार करता हूं कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया। इसके लिए मैं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का आभारी हूं। पर यह भी सच है कि मैंने भी पार्टी के लिए बहुत योगदान दिया है। अचानक मेरे ऊपर आरोपों की बौछार करना उचित नहीं है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व मेरे योगदान के बारे में जानता है।
भाजपाई बनने पर भी जुबान पर कांग्रेस
भाजपा कार्यालय में भी चव्हाण की जुबान पर कांग्रेस शब्द आ गया। इस दौरान वे मंच पर मौजूद उपमुख्यमंत्री फडणवीस सहित अन्य लोगों का नाम ले रहे थे। चव्हाण ने कहा-मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष...इस पर फडणवीस ने चव्हाण को टोकते हुए कहा कि आप मुंबई भाजपा अध्यक्ष कहिए। इस पर चव्हाण ने मुस्कराते हुए कहा कि यह 50 साल की आदत का असर है। एकाएक बदलाव थोड़ा कठिन लग रहा है। इस पर वहां हंसी का फव्वारा फूट पड़ा।
कांग्रेस के 14 विधायकों को तोड़ना लक्ष्य नहीं
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि हमने कांग्रेस के 14 विधायकों को तोड़ने का लक्ष्य नहीं बनाया है। जिस जगह पर दूसरे दलों के नेताओं के भाजपा में शामिल होने से पार्टी और राज्य का फायदा होगा, ऐसे नेताओं को पार्टी में निश्चित रूप से शामिल किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि भाजपा पर आरोप लगाने के बजाय कांग्रेस को यह आत्मपरीक्षण करना चाहिए कि उनके नेता पार्टी में क्यों टिक नहीं पा रहे हैं? फडणवीस ने कहा कि चव्हाण के आने से भाजपा और महायुति की ताकत और बढ़ गई है।