प्रफुल्ल का दावा: होते होते रह गई थी 2004 में भाजपा-राकांपा युति, प्रमोद महाजन ने नहीं आने दी थी वह घड़ी
- कांग्रेस से दुश्मनी न हो इसलिए अजित को नहीं बनाया मुख्यमंत्री
- 31 दिसंबर के बाद अजित पवार बनेंगे मुख्यमंत्री: संजय राऊत
डिजिटल डेस्क, सोमदत्त शर्मा, कर्जत. राकांपा (अजित) सांसद एवं कार्याध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने साल 2004 में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा खुलासा किया है। गुरुवार को कर्जत में आयोजित पार्टी के चिंतन शिविर में प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के कहने पर साल 2004 में विधानसभा चुनाव से पहले प्रमोद महाजन मुझसे मिलने और गठबंधन पर चर्चा करने के लिए मेरे घर आए थे। पटेल ने कहा कि महाजन से गठबंधन को लेकर बातचीत भी हुई थी लेकिन बातचीत के कुछ दिन बाद प्रमोद महाजन ने भाजपा और राकांपा में होने वाले गठबंधन की बात शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को बता दी। इसके बाद बालासाहेब ने मीडिया में भाजपा और राकांपा पर दो-तीन बयान उलटे दे दिए। जिसकी वजह से दोनों ही पार्टियों के गठबंधन की वह घड़ी नहीं आई।
2004 में ही अजित पवार हो जाते मुख्यमंत्री
इससे पहले राकांपा (अजित) प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि साल 2004 में राकांपा का मुख्यमंत्री बन गया होता और अजित पवार मुख्यमंत्री होते। लेकिन कहीं कांग्रेस से दुश्मनी न हो जाए इसलिए अजित पवार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था। तटकरे ने कहा कि विलासराव देशमुख और अशोक चव्हाण ने ठीक ढंग से सरकार चलाई लेकिन साल 2010 में पृथ्वीराज चव्हाण मुख्यमंत्री बने तो राकांपा और कांग्रेस के रिश्तों में खटास आने लगी।
शरद पवार ने नहीं दिया साथ
तटकरे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि अजित पवार को साल 2009 के बाद से ही घेरना शुरू कर दिया गया था। इसी वर्ष अजित पर कई आरोप लगाए गए लेकिन शरद पवार ने उनका साथ नहीं दिया। तटकरे ने कहा कि जब पृथ्वीराज मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने राकांपा को कई बार परेशान किया। अगर उस समय पृथ्वीराज पर शिकंजा कैसा होता तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ जाता।
भाजपा को समर्थन से पीछे हटे
सुनील तटकरे ने कहा कि साल 2014 में चुनाव परिणाम आने रे पहले ही हमें कहा गया था कि भाजपा को समर्थन करना है लेकिन ऐसा नहीं हो सका। साल 2017 में भी भाजपा और राकांपा की सरकार बन गई होती लेकिन हमें कर्जत में ही बैठक कर ऐसा करने से मना किया। उन्होंने कहा कि अजित पवार को चुनाव आयोग में कायर और भगोड़ा कहा गया है। अगर अजित कायर होते तो राज्य में नई सरकार नहीं बनती।
31 दिसंबर के बाद अजित पवार बनेंगे मुख्यमंत्री- संजय राऊत
शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को लेकर दावा किया है कि एकनाथ शिंदे का मुख्यमंत्री पद चला जाएगा और राज्य के नए मुख्यमंत्री अजित पवार बनेंगे। राऊत ने कहा कि अगर अजित राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें व्यक्तिगत तौर पर खुशी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को शिंदे गुट के विधायकों की अयोग्यता पर 31 दिसंबर तक फैसला लेने को कहा है।