जानिए क्यों: विधानपरिषद में लगातार खाली हो रही कुर्सी
- स्थानीय निकाय चुनाव न होने से रिक्त हुई 9 सीट
- फिलहाल खाली हैं विप की 21 सीटें
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। इस बीच अगले साल अप्रैल और मई 2024 में लोकसभा चुनाव भी होने हैं। इससे लोकसभा के बाद ही स्थानीय निकायों के चुनाव होने के आसार नजर आ रहे हैं। इसके चलते विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी कोटे की रिक्त सीटों की संख्या जून 2024 तक बढ़कर 15 हो जाएगी। मई 2024 में 1 सीट और जून 2024 में 5 सीटें रिक्त हो जाएंगी। फिलहाल नगर निकायों के चुनाव समय पर न होने के कारण 9 सीटें रिक्त हैं।
इससे पहले जून 2020 से राज्यपाल कोटे की 12 सीटें खाली पड़ी हैं। इससे विधान परिषद में फिलहाल 21 सीटें रिक्त हो गई हैं। जबकि साल 2024 में स्थानीय प्राधिकारी, स्नातक, शिक्षक और विधानसभा सदस्यों द्वारा निर्वाचित कोटे को मिलाकर कुल 21 सीटें रिक्त होंगी। विधानमंडल सचिवालय के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में बताया कि विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी कोटे की कुल 22 सीटें हैं। लेकिन पहले कोरोना और बाद में आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में प्रलंबित होने के कारण स्थानीय प्राधिकारी कोटे की 9 सीटें रिक्त हैं। स्थानीय प्राधिकारी कोटे की सीट के चुनाव में मनपा, नगर पालिका और जिला परिषद सहित अन्य निकायों के सदस्य वोट डालते हैं। जिसके जरिए विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी कोटे से सदस्य निर्वाचित होते हैं। लेकिन निकाय चुनाव न होने के कारण ठाणे, सोलापुर, अहमनदगर, पुणे, सांगली-सातारा, नांदेड़, यवतमाल, जलगांव और भंडारा-गोंदिया स्थानीय प्राधिकारी कोटे का प्रतिनिधित्व फिलहाल विधान परिषद में नहीं है।
मई और जून 2024 में खाली होंगी ये 6 सीटें
विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी कोटे की वर्तमान 13 सीटों में से साल 2024 में 6 सीटें रिक्त होंगी। जिसमें रायगड-रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग स्थानीय प्राधिकारी कोटे वाली सीट की अवधि 31 मई 2024 को खत्म हो जाएगी। इस सीट से अभी राकांपा (अजित) के अनिकेत तटकरे विधायक हैं। जबकि 21 जून 2024 को नाशिक स्थानीय प्राधिकारी सीट के शिवसेना (उद्धव) विधायक नरेंद्र दराडे, वर्धा-चंद्रपुर-गडचिरोली सीट के विधायक रामदास आंबटकर, परभणी-हिंगोली स्थानीय प्राधिकारी सीट से शिवसेना (शिंदे) के विधायक विप्लव बाजोरिया, अमरावती स्थानीय प्राधिकारी सीट से भाजपा विधायक प्रवीण पोटे-पाटील और उस्मानाबाद-लातूर-बीड़ स्थानीय प्राधिकारी सीट से भाजपा विधायक सुरेश धस का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। वहीं स्थानीय प्राधिकारी कोटे की अगस्त 2025 में 1 सीट और 6 सीटें जनवरी 2028 में खाली होंगी।
जुलाई 2024 में रिक्त होंगे ये 4 सीटें
विधान परिषद की मुंबई विभाग व कोंकण विभाग स्नातक सीट और मुंबई विभाग शिक्षक और नाशिक विभाग शिक्षक सीट 7 जुलाई 2024 को रिक्त होंगी। विधान परिषद की मुंबई स्नातक सीट से शिवसेना (उद्धव) विधायक विलास पोतनीस, कोंकण स्नातक सीट से विधायक निरंजन डावखरे, मुंबई शिक्षक सीट से जनता दल यूनायटेड के विधायक कपिल पाटील और नाशिक शिक्षक की सीट से निर्दलीय विधायक किशोर दराडे का कार्यकाल खत्म होगा। चुनाव आयोग ने स्नातक और शिक्षक सीट के वोटरों के पंजीयन की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू किया है। इससे तय चुनाव तय समय पर होंगे।
जुलाई 2024 में ये 11 सीटें भी होंगी रिक्त
विधान परिषद में विधानसभा सदस्यों द्वारा निर्वाचित कोटे की 11 सीटें 27 जुलाई 2024 को खाली होंगी। इससे विधान परिषद में भाजपा सदस्य भाई गिरकर, नीलय नाईक, रमेश पाटील, रामराव पाटील, शिवसेना (शिंदे) की सदस्य मनीषा कायदें, राकांपा (अजित) के सदस्य बाबाजानी दुर्राणी, शिवसेना (उद्धव) अनिल परब, कांग्रेस सदस्य वजाहत मिर्जा व प्रज्ञा सातव, राष्ट्रीय समाज पक्ष के विधायक महादेव जानकर और शेकाप के विधायक जयंत पाटील का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।
साल 2024 में कब कितनी सीटें रिक्त होंगी
सीट के प्रकार सीटों की संख्या रिक्त होने की तिथि
स्थानीय निकाय कोटा 5 21 जून 2024
स्नातक कोटा 2 7 जुलाई 2024
शिक्षक कोटा 2 7 जुलाई 2024
विस सदस्यों द्वारा निर्वाचित कोटा 11 27 जुलाई 2024
स्थानीय निकाय कोटा 1 31 मई 2024
विधान परिषद में दलवार स्थित
दल सीटों की संख्या
भाजपा - 22
शिवसेना (शिंदे गुट) - 3
राकांपा (अजित गुट) - 6
कांग्रेस - 8
शिवसेना (उद्धव गुट) - 8
राकांपा (शरद गुट) - 3
राष्ट्रीय समाज पक्ष - 1
जनता दल यूनाइटेड - 1
शेकाप - 1
निर्दलीय - 4
रिक्त - 21
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कुल - 78