नेतृत्व असहज: भाजपा नेतृत्व मराठा मुद्दा ठीक से नहीं संभालने से नाखुश, नेताओं को दी हिदायत
- महाराष्ट्र के नेताओं को दी हिदायत- सभी मिलकर करें काम
- भाजपा के खराब प्रदर्शन से पार्टी नेतृत्व असहज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन से पार्टी नेतृत्व असहज है। हालांकि मंगलवार को दिल्ली में भाजपा शीर्ष नेतृत्व के साथ महाराष्ट्र भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। लेकिन सूत्र बताते हैं कि प्रदेश संगठन में उपजे असंतोष और मराठा आंदोलन से उपजी परिस्थिति को ठीक से हैंडल नहीं कर पाने को लेकर बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने नाराजगी जताई। दरअसल लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महायुति को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने की एक प्रमुख वजह मराठा मतदाताओं की नाराजगी भी मानी जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि मंगलवार की बैठक में मौजूद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश के नेताओं के सामने यह चिंता रखी और प्रदेश में सत्ता और संगठन के जिम्मेदार नेताओं से पूछा कि आखिर हम मराठा मसले को ठीक से संभाल क्यों नहीं पाए? वह भी तब जब प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार दोनों मराठा समाज से आते है।
सूत्र बताते हैं कि शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश के नेताओं से कहा कि वे सभी मिलकर काम करें और मराठा आरक्षण को लेकर मराठों में उपजी नाराजगी को दूर करने का प्रयास करें, ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी काे नुकसान से बचाया जा सके। बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे पार्टी नेतृत्व ने अस्वीकार कर दिया है।