मुंबई पुलिस की कार्रवाई: माफिया पर बड़ी कार्रवाई - क्राइम ब्रांच ने बरामद किया 252 करोड़ का ड्रग्स
- महाराष्ट्र और गुजरात से दस आरोपी गिरफ्तार
- जुड़ा है ड्रग्स कारोबार का तार
- मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई. ड्रग्स के खिलाफ चल रही मुहिम में एक और कार्रवाई जुड़ गई है। जिसमें मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-7 ने सांगली में छापेमारी कर 252.28 करोड़ रुपए की 126.141 किलोग्राम एमडी ड्रग्स बरामद की है। इस मामले में कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिनमें एक महिला का समावेश है। इस प्रकरण का मास्टर माइंड सांगली जिले का रहनेवाला है और उसने बनारस में ड्रग्स बनाने का प्रशिक्षण लिया था और अपने गांव में प्रयोगशाला बनाई थी।
ऐसे जुड़ा है ड्रग्स कारोबार का तार
इस प्रकरण में कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीसीपी दत्ता नलावडे ने बताया कि 16 फरवरी को चेंबूर-सांताक्रुज लिंक रोड पर परवीन बानो गुलाम शेख (33) को ड्रग्स बेचते हुए पकड़ा गया था। उससे पूछताछ में मीरा रोड में रहने वाले साजिद मोहम्मद आसिफ शेख उर्फ डेबस (25) का नाम सामने आया। इन दोनों ने सूरत में रहने वाले एजाज अली इमदाद अली अंसारी (24) और आदिल इम्तियाज बोहरा (22) का नाम बताया। इन चारों ने इस ड्रग्स कारोबार के केंद्र सांगली तक पुलिस को पहुंचा दिया।
महीने भर पुलिस ने की रेकी
क्राइम ब्रांच यूनिट-7 के सीनियर पीआई महेश तावड़े ने बताया कि 16 फरवरी को पकड़े गए चारो आरोपियों की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम सांगली जिले के कवठे महाकाल के इरली गांव पहुंची। एक महीने से ज्यादा पुलिस टीम ने इनकी गतिविधियों पर नजर रखी और उसके बाद 25 मार्च को छापेमारी कर 122.500 किलो एमडी ड्रग्स बरामद किया। जिसकी कीमत 245 करोड़ के लगभग है। सांगली से 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
बनारस में ट्रेनिंग-सांगली में प्रयोगशाला
इस प्रकरण का मास्टर माइंड प्रवीण शिंदे को बताया गया है। वह मूल रूप से सांगली जिले का रहने वाला है। पूछताछ में पता चला कि प्रवीण ने उत्तर प्रदेश के बनारस में चार साल पहले ड्रग्स बनाने की ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद से सांगली में आकर उसने ड्रग्स की फैक्ट्री शुरू कर दी। इसके लिए उसने आधे एकड़ में प्रयोगशाला बनाई थी। इस प्रकरण में गिरफ्तार दस आरोपियों में से दो आरोपी मुंबई, दो सूरत और पांच सांगली और एक कोल्हापुर का रहने वाला है।