विधायकों की अयोग्यता का मामला: विधानसभा अध्यक्ष 14 सितंबर को करेंगे सुनवाई, दोनों गुटों को नोटिस जारी
- शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला
- दोनों गुटों को नोटिस जारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा. महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आखिरकार शिवसेना (शिंदे) के 16 विधायकों की अयोग्यता के मामले पर सुनवाई करने की तारीख मुकर्रर कर दी है। नार्वेकर ने शिवसेना के दोनों गुटों शिंदे और उद्धव के सभी विधायकों को नोटिस जारी कर 14 सितंबर को विधानसभा कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है। नार्वेकर ने नोटिस में सुनवाई के दौरान सभी सबूत पेश करने को कहा है।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के कार्यालय ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि शिवसेना (शिंदे और उद्धव ) गुट के दोनों ही पक्षों के विधायकों को 14 सितंबर को होने वाली सुनवाई के लिए नोटिस जारी किया गया है। शिवसेना (उद्धव) विधायक अजय चौधरी ने 'दैनिक भास्कर' से बातचीत में कहा कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय से 14 सितंबर को होने वाली सुनवाई के संबंध में हाजिर रहने के लिए नोटिस मिला है। चौधरी ने कहा कि हमारे गुट के सभी विधायक पार्टी द्वारा नियुक्त किए गए वकील के साथ सुनवाई में शामिल होंगे और विधानसभा अध्यक्ष के सवालों का जवाब देंगे। चौधरी ने कहा कि उनके सभी 14 विधायक पहले ही विधानसभा अध्यक्ष को अपना लिखित जवाब भेज चुके हैं।
शिवसेना (शिंदे) के एक विधायक ने बताया कि उन्हें भी 14 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में होने वाली सुनवाई के लिए नोटिस मिला है। उन्होंने कहा कि पार्टी स्तर पर तय किया जाएगा कि सुनवाई के दौरान क्या जानकारी दी जानी है। इस विधायक ने ये भी कहा कि पार्टी के सभी 40 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना लिखित जवाब भेज दिया है। खबर है कि शिंदे गुट के विधायकों ने अपने लिखित जवाब में शिवसेना की स्थापना से लेकर अभी तक के सभी कागजात पेश किए हैं।
क्या है मामला?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जिसके चलते उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट से शुरुआत में शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। विधायकों की अयोग्यता के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल नार्वेकर को फैसला लेने के लिए कहा था। यही कारण है कि अब इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने 14 सितंबर को सुनवाई के लिए दोनों पक्षों के विधायकों को बुलाया है।
शरद पवार ने पहली बार माना 41 विधायक हो गए बागी
राकांपा (शरद) प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे को पत्र लिखकर अजित गुट के विधान परिषद के सदस्यों को अयोग्य करने की सिफारिश की है। जयंत पाटील ने पत्र के जरिए मांग की है कि अजित गुट के विधान परिषद के 5 सदस्य पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल पाए गए हैं। लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। शरद गुट ने अजित गुट के विधायकों के खिलाफ पहले ही विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई करने को कहा था। सूत्रों के अनुसार जानकारी सामने आई है कि विधानसभा में अजित गुट के पास 41 विधायकों का समर्थन है जिनके ऊपर शरद गुट ने कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि अजित गुट के विधायकों का आंकड़ा विधानसभा के मानसून सत्र में भी साफ नहीं हुआ था।