अनोखी पहल: पर्यावरण बचाने की लड़ाई में हर घर शामिल हो इसलिए मुफ्त बांट रहे एरेका पाम
- घर के भीतर वायु प्रदूषण कम करने प्यूरीफायर के बजाय पेड़ लगाने की मुहिम
- मुफ्त बांट रहे एरेका पाम
डिजिटल डेस्क, मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कांक्रीट के जंगल में तब्दील हो गई है ऐसे में पेड़ लगाने के लिए जगह खोजना मुश्किल है। इसी परेशानी को देखते हुए अब स्वयंसेवी संस्थाएं लोगों को अपने घरों में एरेका पाम जैसे इंडोर प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहीं हैं। इस मुहिम से जुड़े सुभजीत मुखर्जी ने कहा कि हम मुंबई के लोगों को पेड़ लगाने को कहते हैं वे कहते हैं कि उनकी इच्छा तो है लेकिन उनके पास जगह नहीं है। ज्यादातर लोग फ्लैट में रहते हैं जहां घर और सोसायटियों में पेड़ लगाने के लिए कच्ची जमीन नहीं होती।
इसी का हल निकालने के लिए हमने लोगों को मुफ्त में एरेका पाम के पेड़ देने शुरु किए जिसे वे आसानी से गमले में लगाकर घर या सोसायटियों में रख सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपके घर के अंदर के वायु प्रदूषण को खत्म करेगा और लोगों को एयर प्यूरीफायर के लिए पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। मुखर्जी ने कहा कि फिलहाल हम लोगों के एक हजार पेड़ मुफ्त देंगे और अगर मांग बढ़ी तो और पेड़ों के इंतजाम किए जाएंगे। इस मुहिम के लिए लीप कंपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड के जरिए पैसे दे रही है। कंपनी से जुड़े दुर्गेश स्थलेकर ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोगों के घर में उनकी आंखों के सामने एक पेड़ रहे जिससे उन्हें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास होता रहा। जिन लोगों के पास जगह है उन्हें हम लगाने के लिए अमरूद के भी पेड़ दे रहे हैं।
मुहिम से जुड़े एक्टिविस्ट अविनाश नैमपल्ली ने कहा कि एरेका पाम वायु प्रदूषण पर नियंत्रण में बेहद कारगर होते हैं। खास बात यह है कि इन्हें घर के अंदर रखा जाए तब भी इसका विकास प्रभावित नहीं होता। उड़ान, रोटरी क्लब, मिशन ग्रीन जैसी कई सामाजिक संस्थाओं ने साथ आकर इस मुहिम को बढ़ावा देने का फैसला किया है। इससे पहले विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हुए इसी महीने बांद्रा कोर्ट परिसर में 1500 एरेका पाम के पेड़ लगा चुके हैं।