याचिका: लोकसभा चुनाव परिणाम वाले दिन ड्राई डे के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में लगाई गुहार
- होटल और बार मालिकों के एसोसिएशन आहार ने लगाई याचिका
- पूरे दिन बंद रखने के बजाय व्यापार के लिए खोलने की अनुमति का अनुरोध
डिजिटल डेस्क, मुंबई. होटल और बार मालिकों की एसोसिएशन आहार ने लोकसभा चुनाव परिणाम वाले दिन 'ड्राई डे' के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर किया है। याचिका में शराब बेचने वाले दुकान, बार और होटल को लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद पूरे दिन बंद रखने के बजाय व्यापार के लिए खोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। अदालत ने बुधवार को मामले की सुनवाई रखी है।होटल, रेस्टोरेंट, परमिट रूम और बार मालिकों के संघ (आहार) ने शहर और उपनगरीय जिलाधिकारियों के आदेश के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में एक रिट याचिका दायर की है, जिसमें 4 जून को लोकसभा चुनाव मतगणना के दिन 'ड्राई डे' घोषित किया गया है।
याचिकाकर्ताओं का दावा है कि शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और मतगणना के पूरे दिन 4 जून को 'ड्राई डे' घोषित किया गया है। जबकि चुनाव के परिणाम दोपहर तक घोषित किए जाएंगे।न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर और न्यायमूर्ति सोमशेखर सुंदरसन की खंडपीठ समक्ष मंगलवार को वकील वीना और वकील विशाल थडानी ने शहर और उपनगर के जिलाधिकारी द्वारा पारित आदेश के खिलाफ दो याचिकाएं दायर की। याचिका में आहार ने अप्रैल के अंत में जिलाधिकारियों से संपर्क किया था और उनसे पूरे दिन को ड्राई डे घोषित करने के अपने फैसले की समीक्षा करने को कहा था।जिलाधिकारियों ने कहा कि उनका निर्णय चुनाव आयोग (ईसीआई) के निर्देश पर आधारित है, इसलिए वे इस बारे में कुछ नहीं कर सकते। ईसीआई ने निर्देश दिया था कि मतदान के दिन से 48 घंटे पहले और मतगणना के दिन शराब की बिक्री नहीं होगी और ड्राई डे मनाया जाएगा।
एसोसिएशन का दावा है कि उसके सदस्य अपने व्यवसाय को चलाने के लिए राज्य सरकार को लाइसेंस शुल्क के रूप में भारी मात्रा में भुगतान करते हैं, जबकि कई अवैध शराब निर्माता मुंबई में अवैध शराब के साथ-साथ भारत में बनी विदेशी शराब और बीयर का निर्माण और बिक्री कर रहे हैं। इसलिए जब भी विभिन्न कारणों से शराब की बिक्री के लिए अधिकृत दुकानें बंद होती हैं, तो ऐसे अवैध कारोबार फलते-फूलते हैं और शराब के तस्कर इसका अनुचित लाभ उठाते हुए शराब की अवैध और गैरकानूनी बिक्री के माध्यम से भारी मुनाफा कमाते हैं। थडानी ने जिलाधिकारी के आदेश में केवल संशोधन के लिए प्रार्थना की है, जिसमें कहा गया है कि शराब बेचने वाले प्रतिष्ठानों को पूरे दिन बंद करने के बजाय परिणामों की घोषणा के बाद व्यवसाय के लिए खोलने की अनुमति दी जाए