क्या होगा गठबंधन?: लोकसभा चुनाव की 48 सीटों पर महाविकास आघाडी के तीनों दल अलग-अलग कर रहे हैं तैयारी
- महाविकास आघाडी के तीनों दल
- अलग-अलग कर रहे हैं तैयारी
- लोकसभा चुनाव की 48 सीट
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में राज्य के सभी दल जुटे हुए हैं। राज्य में महाविकास आघाडी के तीनों दलों ने एक साथ चुनाव लड़ने की बात कही है, लेकिन पिछले कुछ समय से तीनों ही दल राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों पर चुनाव की अलग-अलग तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता भी पशोपेश में हैं कि जिस लोकसभा सीट पर वो तैयारी कर रहे हैं, अगर वह सीट सहयोगी दल को चली गई तो फिर उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा। तीनों दलों की अलग-अलग तैयारी को लेकर आघाडी के संभावित गठबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं।
कुछ दिनों पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने तीन दिनों तक लोकसभा की सभी 48 सीटों का जाएजा लिया था। इसके बाद शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी राज्य की सभी लोकसभा सीटों को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई थी। अब राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों की तैयारी के ऐलान के बाद राजनीतिक गलियारों में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। जब तीनों ही दल एक साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं तो फिर चुनाव की तैयारी अलग-अलग क्यों कर रहे हैं?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से बुधवार को जब दैनिक भास्कर ने लोकसभा चुनाव की अलग-अलग तैयारियों के बारे में सवाल किया तो पटोले ने कहा कि महाविकास आघाडी के तीनों दल एक साथ ही चुनाव लड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी 48 सीटों पर अपनी ताकत आजमाना चाहती है। पटोले ने कहा कि अगर किसी लोकसभा चुनाव क्षेत्र किसी दूसरे दल के खाते में गया तो फिर हमारी पार्टी उस दल को पुरजोर समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि भले ही तीनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव की तैयारी में लगी हैं लेकिन तीनों ही दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर जल्द चर्चा होगी।
लोकसभा चुनाव की अलग-अलग तैयारियों के सवाल पर शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता अरविंद सावंत ने कहा कि राज्य में महाविकास आघाडी एक दल के रूप में काम कर रही है। आगामी चुनाव में ऐसा देखने को भी मिलेगा। तीनों दलों की अलग-अलग तैयारी के सवाल पर सावंत ने कहा कि प्रत्येक पार्टी अपने संगठन को मजबूत करना चाहती है। राकांपा (शरद) मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि आघाडी में अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है इसलिए तीनों ही दल अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं, ताकि चुनाव के वक्त अपने सहयोगी दल को फायदा पहुंचाया जा सके।