सुरक्षा एजेंसियों को चकमा: कुवैत से आई संदिग्ध नौका के तीनों आरोपी हिरासत में भेजे, मामला दर्ज
- सात देश पार कर आई नौका, 26 /11 की यादें हुईं ताजा
- यलो गेट पुलिस के गश्ती दल ने पहली बार देखा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। यलो गेट पुलिस ने गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में संदिग्ध नौका अब्दुल्ला शरीफ-1 को इंटरसेप्ट किया था। इसमें तीन लोग सवार थे, जिनसे पूछताछ की गई और उन्हें बिना पासपोर्ट और अवैध तरीके से देश में प्रवेश करने के नियम 1950 की धारा 6ए और 3ए के तहत गिरफ्तार कर लिया। अब्दुल्ला शरीफ-1 कुवैत की नौका है, आरोप है कि यह सात देशों की सीमाएं पार करके भारत पहुंची है। नौका पर सवार लोगों के खिलाफ कोलाबा पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। इस घटना ने एक बार फिर मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले की यादें ताजा कर दी हैं। पुलिस ने तीनों को स्थानीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 10 फरवरी तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दे दिया है।
मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी तमिलनाडु के हैं। जिनकी पहचान आई.वी. विनोद एंथोनी, सहाया एंटनी अनीश, निदिसो डिटो के रूप में हुई है। इस संदिग्ध नाव के बारे में आईबी, कोस्ट गार्ड, इमीग्रेशन विभाग, भारतीय नौसेना, एटीएस, सीआईडी समेत विभिन्न जांच एजेंसियां छानबीन कर रही हैं। जोन-1 के पुलिस उपायुक्त प्रवीण मुंडे ने बताया कि कुवैत दूतावास से भारतीय एंबेसी की बातचीत जारी है। सभी पहलुओं से जांच जारी है। शुरुआती जांच में पुलिस को इमीग्रेशन विभाग से जानकारी मिली है कि दो साल पहले तीनों मछली पकड़ने का काम करने कुवैत गए थे। वहां मछली पकड़ने का ही काम करते थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे सभी तमिलनाडु के कन्याकुमारी के रहने वाले हैं। कुवैत में जिस मालिक के यहां काम करते थे वह इन्हें यातनाएं दे रहा था। इसलिए वहां से 28 जनवरी को भाग निकले। इनके पासपोर्ट मालिक के पास ही जमा हैं।
सात देशों की सुरक्षा को चकमा
अब्दुल्ला शरीफ-1 नौका 55 फीट लंबी है। जिसे लेकर तीनों आरोपी 28 जनवरी को कुवैत से निकले थे। वहां से सऊदी अरब, कतर, दुबई के रास्ते मस्कट, ओमान, पाकिस्तान बॉर्डर होते हुए भारतीय नौसेना और तट रक्षक दल के रडार से बचते हुए मुंबई पहुंचे। यह नौका 7 देशों की सुरक्षा एजेंसियों को चमका देकर मुंबई तक पहुंची है। जो समुद्री सुरक्षा में बड़ी खामी मानी जा रही है। इसको लेकर भारतीय सुरक्षा एंजेसियां एक दूसरे के सिर पर ठीकरा फोड़ने में लगी हुई हैं।
नहीं मिली संदेहास्पद वस्तु
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि नौका का पंचनामा कर लिया गया है, बम डिटेक्टर एवं डिस्पोजल टीम ने भी निरीक्षण कर लिया है। नौका पर कोई संदिग्ध वस्तु, विस्फोटक या हथियार नहीं मिला है। नौका की जीपीएस ट्रैकर मशीन को पुलिस ने जब्त कर लिया है। कोलाबा पुलिस ने सभी गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। अब इसकी जांच की जाएगी कि तीनों आरोपियों ने कैसे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की, उन्होंने किस रास्ते से यात्रा की और मार्ग में किससे मिले हैं।