आघाडी का जूता मार आंदोलन: अजित पवार की हुंकार - पोस्टरों पर जूता मारने वालो हिम्मत है तो सामने आओ
- रविवार को आघाडी के नेताओं ने किया था जूता मार आंदोलन
- उद्धव ने मुंबई हवाई अड्डे से शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाने डील की थी- किरण पावसकर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई थी, जिसको लेकर महाविकास आघाडी के नेता सड़क पर उतर आए थे और उन्होंने रविवार को महायुति सरकार के खिलाफ जूता मारो आंदोलन किया था। अब इस आंदोलन पर पलटवार करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं राकांपा (अजित) अध्यक्ष अजित पवार ने कहा कि विपक्ष को शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। अजित ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं मेरे पोस्टरों पर जूते मारने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि अगर आप में हिम्मत है तो, सामने आओ। मैं भी देखता हूं। सोमवार को बारामती में जन सम्मान यात्रा के दौरान अजित पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा जो ढह गई थी, वह नहीं होना चाहिए था। इसको लेकर मैं, मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री फडणवीस के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माफी मांग चुके हैं। हमारी सरकार और नौसेना इस मामले की जांच कर रही है। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन विपक्ष इस मामले को बेवजह तूल दे रहा है। यहां तक कि वह अब हमारे पोस्टरों पर जूता मारो आंदोलन कर रहा है। अजित ने कहा कि अगर विपक्ष के नेताओं में हिम्मत है तो उन्हें हमारे सामने आना चाहिए। मैं भी देखता हूं कि वह कैसे जूता मारते हैं।
जन सम्मान यात्रा में मौजूद अजित पवार के पुत्र जय पवार से जब बारामती से चुनाव लड़ने को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो जय ने कहा कि बारामती से चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी प्रमुख अजित पवार करेंगे। जय ने कहा कि पार्टी कहती है कि मुझे बारामती से चुनाव लड़ना है तो मैं पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरूंगा। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अजित ने कहा था कि मुझे चुनाव लड़ने का कोई शौक नहीं है। क्योंकि मैं सात-आठ बार चुनाव लड़ चुका हूं। अभी युवा पीढ़ी को पार्टी को आगे लेकर जाना है। पार्टी का संसदीय दल जो भी फैसला लेगा वह हमें मंजूर होगा।
उद्धव ने मुंबई हवाई अड्डे से शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाने डील की थी- किरण पावसकर
शिवसेना (शिंदे) के प्रवक्ता किरण पावसकर ने शिवसेना (उद्धव) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाया है। पावसकर ने दावा किया है कि उद्धव ने पैसों के लिए मुंबई हवाई अड्डे पर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाने जीवीके कंपनी के साथ डील की थी। उन्होंने कहा कि उद्धव ने पैसे लेकर महाराष्ट्र के सम्मान से समझौता किया। सोमवार को शिवसेना (शिंदे) के कार्यालय बालासाहेब भवन में पत्रकारों से बातचीत में पावसकर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी और शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के प्रयास से मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को शिवाजी महाराज का नाम दिया गया था। उस समय जीवीके कंपनी ने मुंबई हवाई अड्डे के विस्तार के लिए सहार पुलिस स्टेशन और शिवाजी महाराज की प्रतिमा को दूसरे स्थल पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन बालासाहेब ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हटाने का विरोध किया था। इसके बावजूद उद्धव ने हवाई अड्डे के पास स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की अश्व पर सवार प्रतिमा को हटाने के लिए जीवीके कंपनी के साथ एक डील की थी। पावसकर ने कहा कि मालवण में शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने माफी मांग ली है। इसके बावजूद शिवसेना (उद्धव) का इस मुद्दे पर राजनीति करना निंदनीय है।