निशाना: शरद पवार को दोनों बार अंधेरे में रखकर अजित पवार ने सरकार बनाई- सुप्रिया सुले
- अजित सीएम बनेंगे ये सिर्फ एक सपना- शरद पवार
- दोनों बार अंधेरे में रखकर अजित पवार ने सरकार बनाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल द्वारा भाजपा- शिंदे गुट के साथ सरकार बनाने के खुलासे के बाद अब राकांपा (शरद) कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले ने खुलासा किया है कि अजित पवार ने दोनों बार राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को अंधेरे में रखकर सरकार बनाई थी। भुजबल ने कहा था कि साल 2019 में भाजपा के साथ जाने के लिए शरद पवार के घर पर कई बार बैठकें हुईं थी जिसमें सुप्रिया सुले समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे थे। पवार ने भुजबल को झूठा करार दिया है।
सुप्रिया सुले ने दावा किया कि शरद पवार के इस्तीफे के पीछे राकांपा नेताओं का भाजपा प्रेम था। सुले ने कहा कि शरद पवार इस्तीफा देना नहीं चाहते थे लेकिन पार्टी के नेताओं ने भाजपा के साथ जाने की जिद की थी। जिससे दुखी होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। सुले ने अजित गुट के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि शरद पवार का इस्तीफा उन्हें नाटक लगता है लेकिन यही हकीकत है। हालांकि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अनुरोध पर बाद में शरद पवार ने इस्तीफा वापस ले लिया था। उसके बाद सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्याध्यक्ष बनाया था।
भुजबल ने बुधवार को दावा किया कि जब साल 2014 में भाजपा की विधानसभा में सीटें कम आईं थी तब शरद पवार ने भाजपा को समर्थन देने के लिए सांसद प्रफुल्ल पटेल को बयान देने के लिए कहा था। क्योंकि उस चुनाव में राज्य में भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। हालांकि बाद में भाजपा ने शिवसेना के साथ मिलकर ही सरकार बना ली थी। भुजबल ने दावा किया कि साल 2019 में भी शरद पवार ने भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए रजामंदी दी थी और अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ जाकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन इसके बाद शरद पवार ने पलटी मार ली।
भुजबल ने सुप्रिया सुले को अध्यक्ष बनाने का दिया था प्रस्ताव- शरद पवार
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने छगन भुजबल पर पलटवार करते हुए उन्हें झूठा बताया है। पवार ने कहा कि छगन भुजबल ने ही सुप्रिया सुले को अध्यक्ष बनाने की बात कही थी लेकिन बाद में भुजबल अपने बयान से पलट गए। पवार ने कहा कि भुजबल खुद कह चुके हैं कि उन्होंने जब 2 जुलाई को इसी वर्ष अजित पवार के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी तो उन्होंने शरद पवार से झूठ बोला था कि वह राजभवन में यह देखने के लिए जा रहे हैं कि वहां पर क्या चल रहा है। पवार ने अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने वाले बयान पर कहा कि अजित मुख्यमंत्री बनेंगे ये सिर्फ उनका सपना ही रहेगा।