सांसत में फंसी सरकार: मराठा आरक्षण के बाद अब ओबीसी समाज ने की मैदान में उतरने की तैयारी
- आरक्षण के लिए आंदोलन का रास्ता अख्तियार
- ओबीसी समाज ने की मैदान में उतरने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई. आरक्षण को लेकर राज्य की शिंदे सरकार की जान सांसत में फंसी है। मराठा आरक्षण की आग ठंडी नहीं हुई थी कि अब ओबीसी आरक्षण को लेकर माहौल गरमाने लगा है। मराठा समाज को कुणबी जाति का प्रमाण पत्र देने के फैसला ओबीसी समाज को रास नहीं आ रहा है क्योंकि इससे ओबीसी आरक्षण में दावेदारों की संख्या बढ़ जाएगी। इसको लेकर अब ओबीसी समाज की तरफ से आगामी 17 नवंबर को जालना में ओबीसी ने महामोर्चा निकालने का एलान किया गया है। शिंदे सरकार के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने ओबीसी समाज से इस मोर्चे में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की है।
इस बीच मराठा आरक्षण आंदोलन का चेहरा बन कर उभरे मनोज जरांगे ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता मराठा समुदाय के लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराकर उन्हें निशाना बना रहे हैं और मराठा नेताओं को समुदाय के युवाओं के साथ खड़ा होना चाहिए।