विधान परिषद चुनाव: क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों पर इसी सप्ताह होने वाली है कार्रवाई
- क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक मुंबई और नांदेड़ के
- इसी सप्ताह होने वाली है कार्रवाई
- विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग
डिजिटल डेस्क, मुंबई. विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर महायुति के उम्मीदवारों को वोट दिया था। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस ने कड़ा कदम उठाते हुए इन सात विधायकों की शिकायत कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से की थी। कांग्रेस सूत्रों के आनुसार आलाकमान इसी सप्ताह इन सभी विधायकों पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकता है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ‘दैनिक भास्कर' को बताया कि पार्टी से गद्दारी करने वाले विधायक नांदेड़ और मुंबई से हैं। बहुत जल्द विधायकों पर कार्रवाई होगी और उनके नाम का खुलासा अपने आप हो जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि विधान परिषद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के खिलाफ सबूत और रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को भेजा गया है। जिन पर जल्द ही कार्रवाई होगी। पटोले ने कहा कि 2022 में हुए राज्यसभा के चुनाव में भी इन विधायकों ने पार्टी के साथ गद्दारी की थी, लेकिन उस समय पार्टी ने इन्हें छोड़ दिया था। इस बार पार्टी में इस तरह के गद्दारों को कोई माफी नहीं मिलने वाली है।
ट्रैप में फंसे गद्दारी करने वाले
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की जानकारी पार्टी को पहले ही लग गई थी। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने क्रॉस वोटिंग करने वालों की पहचान करने के लिए एक ट्रैप लगाया था और यह सभी विधायक उस ट्रैप में फंस गए। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं ने पार्टी से गद्दारी की है अब उनके खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। वडेट्टीवार ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल पैसों के दम पर विधायकों को तोड़ने में लगे हुए हैं।
19 जुलाई को बैठक में हो सकता है फैसला
विधान परिषद चुनाव परिणाम को लेकर मुंबई में प्रदेश कांग्रेस की बैठक हो सकती है, जिसमें प्रदेश कांग्रेस के साथ-साथ कांग्रेस के केंद्रीय नेता केसी वेणुगोपाल और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में पार्टी के खिलाफ विधान परिषद चुनाव में मतदान करने वाले विधायकों पर कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है। खबर है कि पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेताओं को अपना जवाब देने का समय भी नहीं दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास आघाडी की बैठक 19 जुलाई को हो सकती है।