उपलब्धि - रापनि बसों की आय बढ़ाने में अकोला विभाग राज्य में अव्वल
- प्रदेश में सबसे अधिक आय हासिल करने वाला अकोला विभाग
- रापनि बसों की आय बढ़ाने में अव्वल
- रंग लाई अधिकारियों की मेहनत
डिजिटल डेस्क, अकोला। रापनि के विभाग ने प्रति किलोमीटर 8 रूपए अधिक आय हासिल करने में सफलता प्राप्त की है। देखा जाए तो प्रदेश में सबसे अधिक आय हासिल करने वाला अकोला विभाग अब पहले नंबर पर है, जबकि इसके बाद बीड, परभणी, जालना, बुलढाणा, छत्रपति संभाजी, भंडारा, यवतमल, गड़चिरोली, वर्धा लातूर नांदेड का नंबर आता है। विभागीय नियंत्र अधिकारी शुभांगी सिरसाठ ने सहयोगियों के साथ कई बैठकें लेकर आय बढ़ाने पर विचार विमर्श किया था, जिसके बाद उसका असर भी दिखा। वैसे अधिक आय देने में प्रदेश में 13 विभाग शामिल हैं।
आर्थिक स्थिति हो रही मजबूत
जनवरी 2020 की तुलना में वर्तमान में पांच हजार बसों की कमी है। इसके अलावा बसों के कलपुर्जे समय पर उपलब्ध न होने के कारण वाहनों की मरम्मत नहीं हो पाती है। 10 वर्ष से अधिक उम्र की बसों को बाहर करने के कारण 8 हजार बसें कम हो गईं हैँ। कई बसे बीच सड़क खराब होने लगी हैं। पेट्रोलियम पदार्थ के दाम बढ़ने के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद प्रदेश में रापनि के कुछ विभाग आर्थिक रूप से सक्षम हो रहे हैं।
रापनि की आय में बढ़ोतरी हो जिसके लिए विभागीय नियंत्रक अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं। यह विभाग क्विक रिस्पॉस की तर्ज पर काम कर रहा है। उधर नुकसान में चल रहे विभागों में पुणे, ठाणे, नागपुर, मुंबई, सांगली, अमरावती, पालघर, अहमदनगर, रायगड, सातारा, रत्नागिरी, नाशिक, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग शामिल हैं।
सभी के सहयोग से मिली सफलता
शुभांगी सिरसाठ, विभागीय नियंत्रक अधिकारी के मुताबिक अकोला विभागीय नियंत्रक अधिकारी का पद संभालने के बाद सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर आय बढ़ाने को लेकर कई बार विचार किया गया। इसके साथ वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन और सहयोगियों की सहायता से अकोला विभाग को प्रथम क्रमांक दिलवाने में सफलता मिली है। इस सफलता का श्रेय सभी को जाता है।