नाशिक: 800 करोड़ का भूमि घोटाला, राऊत ने कहा - मुख्यमंत्री शिंदे है लाभार्थी
- शिवसेना (उद्धव) सांसद ने लगाया गंभीर आरोप
- शिंदे गुट बोला- बिगड़ गया है राऊत का मानसिक संतुलन
डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर नाशिक में जमीन घोटाले का आरोप लगाया है। राऊत ने कहा कि 2020-22 के दौरान शहर के विकास के लिए जमीन अधिग्रहण की अनुमति राज्य के शहरी विकास विभाग ने दी थी। उस समय शहरी विकास विभाग के मंत्री शिंदे थे। राऊत ने कहा कि राज्य सरकार ने 157 करोड़ रुपए में भूमि अधिग्रहण के आदेश दिए थे। लेकिन शिंदे के चहेते बिल्डरों ने 800 करोड़ रुपए की भूमि का अधिग्रहण कर लिया। शिंदे गुट ने राऊत के आरोपों को झूठा करार दिया है।
संजय राऊत ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा के लोग मुंबई मनपा के शासन पर उंगली उठाते रहते हैं। लेकिन सच तो यह है कि मनपा के खजाने की चाबियां जिनके पास थीं, वे (यशवंत जाधव और रवीन्द्र वायकर) शिंदे के साथ हैं। राऊत ने कहा कि साल 2017 में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री रहते हुए नाशिक के विकास के लिए भूमि अधिग्रहण की इजाजत दी थी। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की गई है।
पत्रा चॉल याद रखें
शिवसेना (शिंदे) प्रवक्ता सुशीबेन शाह ने राऊत के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे से पहले ही राऊत का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। यही कारण है कि वह बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। राऊत को आरोप लगाने से पहले पत्रा चॉल की कहानी याद रखनी चाहिए।