अध्ययन: 80 फीसदी शहरी महिलाओं में है विटामिन-डी की कमी, पीड़ियों को हड्डियों की दिक्कत

  • दर्द निवारक गोलियों का ज्यादा उपयोग हानिकारक
  • मुंबई सहित 14 शहरों में 25 से 40 आयु वर्ग की 52,754 से अधिक शहरी महिलाओं की जांच में खुलासा
  • महिलाओं को हड्डियों की दिक्कत ज्यादा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-18 15:15 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राजधानी सहित देश के शहरी भागों में रहनेवाली 10 में से 8 यानी 80 फीसदी महिलाओं में ‘विटामिन-डी’ की कमी पाई गई। यह जानकारी एक अध्ययन में सामने आई है। इस कमी के चलते उनकी हड्डियां कमजोर होने लगी हैं, और इससे होनेवाले जोड़ों के दर्द से बचने के लिए वे दर्द निवारक दवाइयों पर निर्भर हो गई हैं। जो उनके स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है। अपोलो डायग्नॉस्टिक्स ने हॉर्लिक्स विमेन्स प्लस के साथ मिलकर मुंबई सहित देश के 14 शहरों में विटामिन डी की जांच के लिए शिविर आयोजित किए थे। यह शिविर 25 से 40 आयु वर्ग की महिलाओं के लिए आयोजित किया गया था। 14 शहरों में 52,754 से अधिक महिलाओं की जांच की गई थी।

हड्डियों के खराब स्वास्थ्य से अनजान

अध्ययन से यह खुलासा भी हुआ कि शरीर दर्द की समस्या से जूझने वाली करीब 87 फीसदी महिलाएं इस बात से अनजान हैं कि विटामिन-डी की कमी की वजह से उनकी हड्डियों का स्वास्थ्य खराब है। इसकी वजह से उन्हें जोड़ों में दर्द होता है। इस दर्द से राहत पाने के लिए कुछ अस्थाई उपायों को अपनाती हैं।

इतना होना चाहिए विटामीन

अपोलो क्लिनिक की वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. शालिनी भगत ने बताया कि हमारे शरीर में विटामिन डी की मात्रा 30ng/ml से कम होना अपर्याप्त माना जाता है। इसे विटामिन डी के कमी के तौर पर परिभाषित किया जाता है। इसके कारण हड्डियों के स्वास्थ्य बिगड़ते है जिसकी वजह से हड्डियों में तेज दर्द तथा फ्रैक्चर की शिकायत भी हो सकती है।

न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स लेने की दी जाती है सलाह

डॉ. शालिनी ने बताया कि सुबह की धूप से हमारे शरीर को विटामिन-डी मिलता है। लेकिन व्यायाम, शारीरिक श्रम रहित जीवनशैली, प्रदूषित हवा और इंडोर वर्कस्पेस बढ़ने की वजह से बहुत से लोगों में विटामिन डी की कमी की समस्या बढ़ी है। इतना ही नहीं जिन खाद्य स्रोतों से विटामिन डी मिलता है, वे काफी सीमित हैं। सबसे अच्छे स्रोतों में फैटी फिश और फिश लिवर ऑयल हैं। साथ ही यह कुछ मात्रा में अंडों की जर्दी में और कुछ हद तक मशरूम में भी मिलती है। शरीर में विटामिन डी की कमी से बचने के लिए न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है।

Tags:    

Similar News