गणेशोत्सव: लाल परी और रेल से 4 दिन में 3.5 लाख यात्री पहुंचे कोकण

  • कोकण की प्यारी "लालपरी"
  • ग्रुप बुकिंग की अधिक डिमांड

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-18 10:59 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई. महाराष्ट्र में गणेशोत्सव बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। इन दिनों मुंबई सहित महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में गणेशोत्सव की धूम है। गणेशोत्सव के मौके पर हर साल मुंबई से लाखों की संख्या में लोग कोंकण और रत्नागिरी जाते हैं। ऐसे में यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे और एसटी महामंडल गणपति स्पेशल के रूप में विशेष सेवाएं चलाती है। इस साल एसटी महामंडल ने 15 से 18 सितंबर के बीच 4000 बसें कोकण भेजने की योजना बनाई है। एसटी बस से अब तक एक लाख 60 हजार और रेल से 175 हजार से अधिक लोग कोकण पहुँच चुके हैं। कुल मिलाकर अब तक 3.5 लाख से अधिक गणेश भक्त मुंबई से कोकण पहुँच चुके हैं।जबकि 500 निजी बसों से कोकण जाने वाले लोगों की बात करे तो ये संख्या 3.75 लाख से अधिक हो सकती है।

इसलिए है कोकण की प्यारी "लालपरी"

गणेशोत्सव के दौरान हर साल सबसे अधिक डिमांड रेल के मुकाबले एसटी बस की होती है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि महाराष्ट्र की लालपरी कही जाने वाली एसटी की बस घर तक सेवा देती है। ऐसे में कोकण वासियों की प्यारी लालपरी है। इसलिए कोकण के जाने वाले यात्रियों की पहली पसंद एसटी की लालपरी ही होती है। जबकि रेल से सफर करने के बाद स्टेशन से लोगों को अपने घर तक भारी भरकम लगेज के साथ पहुंचने में घंटों भर का समय लग जाता है।

ग्रुप बुकिंग की अधिक डिमांड

एसटी महामंडल गणेशोत्सव के मौके पर स्पेशल बसें चला रही है। अब तक चली बसों के आंकड़ों पर गौर करे तो 14 सितंबर से एसटी महामंडल ने कोकण के लिए गणपति स्पेशल बसें चलने की शुरुआत की थी। 14 सितंबर से 17 सितंबर तक 1217 से अधिक नार्मल बुकिंग हुई थी जबकि ग्रुप बुकिंग की बात करे तो 12 सितंबर तक 2953 बसों की ग्रुप बुकिंग हुई थी। इसके बाद 763 बसों की बुकिंग हाउस फुल हुई थी। जबकि खबर लिखे जाने तक रविवार को 109 बसों की ग्रुप बुकिंग जारी थी। कुल मिलकर 3825 बसों की ग्रुप बुकिंग हुई है।

अभिजीत भोसले , प्रवक्ता , एसटी महामंडल के मुताबिक चार दिनों में हम 4000 गणपति स्पेशल बसें चलने की योजना बनाई है। अब तक हम 2000 से अधिक बसें चला चुके हैं।

सचिन माईन, कोकण निवासी के मुताबिक रेल के मुकाबले लालपरी अधिक सुविधाजनक है। ये गांव के अंदरूनी इलाके तक सेवा देती है। जबकि रेल से सफर करने के बाद भारी सामान लेकर सफर करना तकलीफ दायक होता है। इसलिए लोग एसटी की लालपरी को अधिक प्राथमिकता देते हैं।

अब तक इतने यात्री पहुंचे कोकण

एसटी से: 1. 60 लाख यात्री

ट्रेन से: 1.75 लाख यात्री

निजी बस: 20 हजार यात्री

कोंकण के लिए चलाई जा रही सेवाएं

रेलवे : 312 सेवाएं

एसटी : 4000 सेवाएं

निजी बस : 500

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