नियुक्ति पत्र और वीजा सब फर्जी: खाड़ी देशों में नौकरी के नाम पर 300 लोगों को ठगा

  • 5 लोग गिरफ्तार
  • 22 साल का लड़का निकला मास्टर माइंड
  • नौकरी के नाम पर 300 लोगों को ठगा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-02 16:24 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा यूनिट-5 ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो विदेश में नौकरी का लालच देकर युवाओं को धोखा देता था। इस गिरोह ने अब तक 200 से 300 युवाओं से एक करोड़ से भी ज्यादा रुपये की ठगी की है। इस मामले में भरत कोली नाम के शख्स ने मुंबई पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी।

नियुक्ति पत्र और वीजा फर्जी

भारत कोली को विदेश में नौकरी दिलाने के लिए गिरोहबाजों ने नियुक्ति पत्र और वीजा दिया था। जब वे हवाई अड्डा पहुंचे तब पता चला कि उनका वीजा फर्जी है। इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद कोली ने माता रमाबाई अंबेडकर मार्ग पुलिस थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया। जॉइंट सीपी लखमी गौतम, पुलिस उपायुक्त राजतिलक रौशन के मार्गदर्शन में यूनिट-5 के इंचार्ज घनश्याम नायर ने आरोपियों को दिल्ली, भिवंडी और बिहार से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रामकृपाल कुशवाहा, रोहित सिन्हा, आशीष मोहता, अमितोष गुप्ता और राहुल कुमार चौधरी के रूप में हुई है।

बिहार के गया का है मास्टर माइंड

इस गैंग का मास्टर माइंड 22 वर्षीय राहुल कुमार चौधरी बिहार के गया जिले का रहने वाला है। गिरफ्तार पांचों आरोपियों के अलावा अन्य दो आरोपी इलियास और फैजान दिल्ली की जेल में बंद हैं। इस गिरोह ने मुंबई समेत देशभर में व्हाट्स एप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया पर खाड़ी देशों में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियों के फर्जी विज्ञापन पोस्ट करके जरूरतमंद युवाओं को फंसाया था। फर्जी वीजा और फर्जी नियुक्ति पत्र देकर युवाओं से 40 से 60 हजार रुपये तक ऐंठने का आरोप है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और अन्य राज्यों के सैकड़ो युवाओं को ठगा है।

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