गर्मी का कहर: 81 दिनों में हीट स्ट्रोक से 251 प्रभावित, मुंबई में एक भी लू पीड़ित नहीं, ठाणे में 6 मरीज मिले
- धुले, नासिक, जालना में सबसे ज्यादा मामले
- छह जिलों में कोई मरीज नहीं है
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में बढ़ती गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या भी बढ़रही है। एक मार्च से अभी तक प्रदेश में हीट स्ट्रोक (लू) से 251 लोग प्रभावित हुए हैं। इसमें राहत की बात यह है कि इन 251 लोगों में से हीट स्ट्रोक का एक भी मरीज मुंबई का नहीं है। जबकि मुंबई से सटे ठाणे में 6 और पालघर में हीट स्ट्रोक से पीड़ित एक मरीज पाया गया है। मौजूदा समय में सबसे ज्यादा मरीज धुले,नासिक और जालना जिले में हैं।
मार्च की तुलना में अप्रैल और मई में बढ़े मरीज
मार्च से तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है। इसलिए एक मार्च से हीट स्ट्रोक के मरीजों का पंजीकरण किया जाता है। राज्य में हीटस्ट्रोक के 251 मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मामले अप्रैल में सामने आए हैं। मार्च में 40 और 1 से 26 अप्रैल तक 144 और 26 अप्रैल से 20 मई तक 67 मरीज मिले हैं।
कम मरीज वाले जिले
भंडारा, हिंगोली, पालघर, रत्नागिरी और सांगली जिले में एक-एक मरीज, रायगड, वासिम, बीड में दो-दो मरीज, अमरावती, अहमदनगर, छत्रपति संभाजी नगर में तीन-तीन मरीज, जलगांव में चार मरीज और अकोला में 5 मरीज मिले हैं। इसी तरह गडचिरौली, गोंदिया, कोल्हापुर, ठाणे, वर्धा में छह-छह और पुणे में 8 मरीज मिले हैं।
इन छह जिलों में कोई मरीज नहीं है
लातूर, नंदुरबार, जिलों के अलावा मुंबई शहर और उपनगरों में हीट स्ट्रोक का एक भी मरीज नहीं मिला है।
सबसे ज्यादा मरीजों वाले जिले
जिला मरीज
धुले - 20
नासिक - 28
जालना- 28
बुलढाणा - 22
परभणी - 12
सोलापुर - 18
नागपुर - 11
डॉ. कैलास बाविस्कर, संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य सेवा विभाग के मुताबिक हीटस्ट्रोक से खुद को बचाने के लिए, नागरिकों को खूब पानी पीना चाहिए, ठंडी जगहों पर रहना चाहिए, उचित कपड़े पहनने चाहिए, दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान गतिविधियों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए, खुद को धूप से बचाना चाहिए, गर्मी से बचने के लिए पंखे और एयर कंडीशनर का उपयोग करना चाहिए।