मुंबई: भायंदर में आग से 200 झोडपड़े खाक, हादसे में एक की मौत, विधानसभा में उठा मुद्दा
- झुग्गी-बस्ती में बुधवार तड़के आग लग गई
- एक व्यक्ति की मौत हो गई थी
- विधानसभा में उठा मुद्दा
- प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करें सरकार - एकनाथ खडसे
डिजिटल डेस्क, भायंदर। ठाणे जिले के भायंदर में एक झुग्गी-बस्ती में बुधवार तड़के आग लग गई थी। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस आग की चपेट में आने से लगभग 200 झुग्गियां और दुकानें खाक हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि आग में तीन लोग झुलस गए हैं। इस घटना को स्थानीय शिवसेना (शिंदे) विधायक ने विधान सभा में भी उठाया है।मीरा भायंदर नगर निगम (एमबीएमसी) के आयुक्त संजय काटकर ने बताया कि यह हादसा आजाद नगर झुग्गी बस्ती में सुबह करीब पांच बजे हुआ। आग लगने के बाद झोपड़ियों में रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर निकल गए थे। सूत्रों के अनुसार इलाके में धमाकों की आवाज सुनी गई। एमबीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख नरेंद्र चव्हाण ने बताया कि घटनास्थल पर जली हुई हालत में एक शव मिला है। इस आग में दो बच्चों के भी झुलसने की खबर है। आग की घटना को स्थानीय विधायक प्रताप सरनाईक ने विधानसभा में उठाया और प्रभावितों को आर्थिक मदद तथा स्थाई रूप से पक्का मकान मुहैया कराने की मांग की है।
प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करें सरकार - एकनाथ खडसे
विधान परिषद में राकांपा (शरद) के सदस्य एकनाथ खडसे ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक स्थिति, राज्य पर कर्ज का बोझ व व्याज पर खर्च होने वाली राशि की जानकारी सबके सामने आना चाहिए। बुधवार को सदन में नियम-260 के तहत सत्तारूढ़ और विपक्ष के कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों से संबंधित संयुक्त प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इस दौरान खडसे ने कहा कि महाराष्ट्र कर्ज के बोझ के नीचे दब गया है। राज्य सरकार को सालाना 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए राजस्व मिलता है। लेकिन सरकार को मिलने वाले कुल राजस्व की 50 प्रतिशत राशि वेतन व पेंशन और 20 प्रतिशत राशि कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च हो रही है। सरकार ने मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआरडी) में विभिन्न कामों के लिए 9 लाख करोड़ रुपए के वर्क आर्डर दिया है। सरकार को अगले तीन सालों में ठेकेदारों को 9 लाख करोड़ रुपए देना पड़ेगा। लेकिन सरकार इतनी बड़ी राशि कैसे जुटाएगी? सरकार केवल कर्ज लेकर विकास कामों को पूरा कर रही है। जबकि ग्रामीण इलाकों का विकास नहीं हो पा रहा है। इससे क्षेत्रीय असंतुलन बढ़ रहा है। खडसे ने कहा कि मुंबई और पुणे में बड़े पैमाने पर ड्रग्स जब्त किए जा रहे हैं। लेकिन यह ड्रग्स महाराष्ट्र के सीमा में कैसे पहुंचता है? इस पर कोई बोलने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था कहीं पर नजर नहीं आ रही है।