महाराष्ट्र: 10 छात्राओं को न्यूयॉर्क में पढ़ने का मिलेगा मौका, मुंबई विश्वविद्यालय ने मारी बाजी

  • शिक्षा विभाग ने बरो ऑफ मैनहटन कम्यूनिटी कॉलेज से किया समझौता
  • आविष्कार अनुसंधान प्रतियोगिता में लगातार पांचवें वर्ष मुंबई विश्वविद्यालय ने मारी बाजी
  • विद्यार्थियों ने 9 स्वर्ण समेत हासिल किए 21 पदक

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-17 16:48 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। न्यूयॉर्क स्थित बरो ऑफ मैनहटन कम्यूनिटी कॉलेज इस साल महाराष्ट्र की 10 छात्राओं को 12वीं के बाद अपने यहां स्नातक की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देगा। राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 चुनी गई छात्राओं को उच्च व व्यावसायिक पाठ्यक्रम की पढ़ाई का मौका मिलेगा, शिक्षा विभाग ने इसके लिए महाविद्यालय से समझौता किया है। इसी तरह का समझौता जर्मनी के विश्वविद्यालय के साथ भी करने की कोशिश हो रही है।

बरो ऑफ मैनहटन कम्यूनिटी कॉलेज के उपाध्यक्ष डॉ संजय रामदथ ने कहा कि छात्रवृत्ति की इच्छुक लड़कियां जुहू स्थित एसएनडीटी विश्वविद्यालय से संपर्क कर सकतीं हैं साथ ही इससे जुड़ी अधिक जानकारी www.bmcc.cuny.edu/apply वेबसाइट से हासिल की जा सकती है। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में हिस्सा लेने की इच्छुक छात्राओं की पहली वर्ष की स्टूशन फीस का खर्च महाविद्यालय उठाएगा इसके अलावा रहने की व्यवस्था भी रियायती दर पर कराई जाएगी।

आविष्कार अनुसंधान प्रतियोगिता में लगातार पांचवें वर्ष मुंबई विश्वविद्यालय ने मारी बाजी

वहीं मुंबई विश्वविद्यालय ने लगातार पांचवीं बार महाराष्ट्र राज्य अंतरविश्वविद्यालय आविष्कार अनुसंधान प्रतियोगिता अपने नाम कर ली है। 77 अंकों के साथ मुंबई विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने 24 विश्वविद्यालयों की इस प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया और 9 स्वर्ण, 8 रजत और चार कांस्य पदक जीते। प्रतियोगिता 12 से 15 जनवरी के बीच नाशिक स्थित महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में हुई। विश्वविद्यालयों ने मानविकी, भाषा, कला, वाणिज्य प्रबंधन और कानून, बुनियादी विज्ञान, कृषि एवं पशुपालन, इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, फार्मेसी श्रेणियों में 48 शोध परियोजनाएं प्रस्तुत की थी। महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल एसएम कृष्णा ने राज्य के विश्वविद्यालयों के बीच इस तरह की प्रतियोगिता का सुझाव दिया था जिसके बाद 16 साल पहले इसका आयोजन शुरू हुआ था।

दोबारा इस्तेमाल लायक ईको फ्रेंडली स्लीपिंग बैग बनाने वाले गौरव पांडे, प्राकृतिक और वन्यजीव स्कूल के जरिए पर्यटन को बढ़ावा देने की परियोजना के लिए तेजस सावंत, महिलाओं को एक क्लिक में उद्योगपति बनाने की संकल्पना पेश करने के लिए सुमित तावडे को स्वर्णपदक मिले इसके अलावा कृष्णकांत लसुणे, ओम यादव, तृप्ती ढोका, मयूर परुलेकर, सिद्धी नकाशे और माधुरी पाध्ये नाम के मुंबई विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उनके शोध के लिए स्वर्णपदक मिले। मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुलकर्णी ने कहा कि लगातार पांचवें वर्ष विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। हम कोशिश करेंगे कि विद्यार्थियों के शोध को स्टार्टअप में परिवर्तित करने में हर संभव मदद करेंगे।

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