जबलपुर: बैठक से भी नहीं बनी बात, सड़ रहा करोड़ों रुपयों का हजारों क्विंटल गेहूँ
- गोदाम संचालकों से सेग्रीगेशन कराने का निर्णय हुआ था लेकिन नहीं किया गया
- शासन उनको किराया नहीं दे रहा, दोनों की लड़ाई में अनाज की हो रही बर्बादी
- गेहूँ के लिए जिला प्रशासन वेयरहाउस संचालकों को किराए का भुगतान नहीं कर रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जिले के करीब दो दर्जन वेयरहाउसों में करोड़ों रुपयों के हजारों क्विंटल गेहूँ में से अधिकांश सड़ चुका है और बहुत सा सड़ने की कगार पर है। इस मामले को लेकर वेयरहाउस संचालकों और प्रशासन के बीच गतदिवस बैठक हुई लेकिन कोई बात नहीं बन सकी।
यानि वेयरहाउस और जिला प्रशासन की लड़ाई में अनाज की बर्बादी हो रही है। प्रशासन चाहता है कि वेयरहाउस संचालक अनाज का सेग्रीगेशन कराएँ यानी खराब और ठीक गेहूँ को अलग-अलग किया जाए, वहीं वेयरहाउस संचालक चाहते हैं कि पहले उनका बकाया किराया चुकाया जाए जो कि प्रशासन नहीं दे रहा है।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट में वेयरहाउस संचालक और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच बैठक का आयोजन हुआ। इसमें मुख्य मुद्दा वर्ष 2018-19 और 2021-22 से रखे गेहूँ का था। एक अनुमान के अनुसार करीब 33 करोड़ रुपयों का डेढ़ लाख क्विंटल गेहूँ घुन लग चुका है जिसे सड़ा हुआ करार दिया गया है।
इस गेहूँ के लिए जिला प्रशासन वेयरहाउस संचालकों को किराए का भुगतान नहीं कर रही है। बैठक में कुछ वेयरहाउस संचालकों ने कहा कि जिला प्रशासन हमें किराए का भुगतान करे और हमें गेहूँ उसी दाम पर बेच दे जिस दाम पर प्रशासन ने लिया था। उधर प्रशासन ने कहा कि गेहूँ का सेग्रीगेशन कराया जाए। कुछ वेयरहाउस संचालक तैयार हुए हैं और हाे सकता है कि वे गेहूँ का सेग्रीगेशन कराएँ।
गेहूँ खरीदी की तिथि समाप्त| गेहूँ खरीदी की तिथि शुक्रवार को समाप्त हो गई। खरीदी के लिए इस बार कुल केन्द्रों की संख्या 127 थी जिनमें 105 केंद्र पर कुल खरीदी 18577 किसानों द्वारा 1700079 क्विंटल की गई।
मझौली के वेयरहाउस में मिली गड़बड़ी
चरगवाँ के बाद अब मझौली में भी सड़ा हुआ और घुन लगा गेहूँ मिलने की खबर है। इस मामले में जाँच हेतु 6 सदस्यों की एक टीम बनाई गई है जिसमें उन्हीं को रखा गया है जिन्होंने इन वेयरहाउसों में खरीदी कार्य करवाया है।
इससे जाँच होने के पहले ही जाँच पर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जाता है कि गेहूँ खरीदी केन्द्र जय दुर्गा स्वसहायता समूह ग्राम जमुनिया केन्द्र क्रमांक-1 उपार्जन स्थल जगदीश वेयरहाउस-153 में पिछले दिनों एसडीएम सिहाेरा ने आकस्मिक जाँच की थी।
निरीक्षण के दौरान केन्द्र में नॉन-एफएक्यू यानी सड़ा और घुन लगा अमानक गेहूँ की खरीदी की जाने की जानकारी मिली थी। इस पर संयुक्त कलेक्टर एवं जिला आपूर्ति नियंत्रक ने कैलाश चौहान शाखा प्रबंधक वेयरहाउसिंग लिमिटेड, शिव स्वरूप शुक्ला शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक गोसलपुर, सिद्धार्थ राय कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मझौली, योगेश दुबे सहकारिता विस्तार अधिकारी, विकास तिवारी और अनिल नरबरे मार्कफेड की जाँच टीम गठित की है।