जबलपुर: गौरीघाट से सटे खारीघाट का हाल, खुलेआम डिटरजेंट और साबुन से धोए जा रहे कपड़े
- फूल और काई से पटा नर्मदा तट, स्वच्छ जल को कर रहे हैं गंदा
- जिम्मेदारों को नहीं आ रहा नजर
- नर्मदा का ये हाल देखकर नर्मदा भक्तों की आस्था को ठेस लग रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पावन, निर्मल नर्मदा के जल को खुलेआम प्रदूषित किया जा रहा है, बावजूद इसके जिम्मेदारों को ये नजर नहीं आ रहा है। इसके चलते नर्मदा दिन-ब-दिन प्रदूषित होती जा रही हैं।
नर्मदा का ये हाल देखकर नर्मदा भक्तों की आस्था को ठेस लग रही है। गौरीघाट से सटे खारीघाट में इन दिनों नर्मदा का जल बेहद प्रदूषित नजर आ रहा है। घाट पर नर्मदा जल में घरों के बासी फूल अटे पड़े हैं, इसके साथ ही यहाँ जमकर काई भी नजर आ रही है।
यहाँ के हालात को देखकर यकीन नहीं हो रहा कि यहाँ नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट और क्लीन नर्मदा अभियान भी चलाया जा रहा है।
गौरीघाट में लगता है जाम
गौरीघाट में भी नीचे घाट तक वाहन जाते हैं जिसके कारण जाम की स्थिति बनती है। वहीं कई लोग घाट पर ही भंडारा और प्रसाद वितरण करते हैं। लोग यहीं भोजन करते हैं और फिर दोना-पत्तल छोड़कर चले जाते हैं जिसके कारण भी पूरे क्षेत्र में गंदगी फैली रहती है।
इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है। वाहनों को घाट तक जाने से रोका जाना चाहिए, इसके साथ ही भंडारा और प्रसाद वितरण के लिए स्थान सुनिश्चित किया जाना चाहिए तभी हम माँ नर्मदा काे स्वच्छ रख पाएँगे।
फिसलन से हर समय हादसे का डर
यहाँ हर दिन सैैकड़ों लोग घाट पर अस्थि विसर्जन व अन्य कार्यों के लिए पहुँचते हैं। जाहिर सी बात है कि वे स्नान भी करेंगे परंतु यहाँ घाट से नीचे उतरकर स्नान करना बेहद जोखिम भरा है। घाट से नीचे उतरते ही पत्थरों पर काई की मोटी परत जमी हुई है।
इसके चलते पत्थरों पर पैर रखते ही लोग फिसल रहे हैं। कई लोग यहाँ की ये हालत देखकर किनारे बैठकर ही स्नान करते हैं या फिर गौरीघाट का रुख करते हैं। घाट के किनारे भी काफी गंदगी साफ नजर आती है, पर इसे साफ कराने वाले इससे अनजान बने हैं।