विस्फोट मामला: कबाड़खाने से लगातार निकल रहा बमों के स्क्रैप का जखीरा
- बमों के खोखों को निष्क्रिय करने में जुटी टीम, हिस्ट्रीशीटर के बेटे को किया कोर्ट में पेश
- अभी तक हुई पड़ताल में शमीम कबाड़ी द्वारा विभिन्न जगहों से स्क्रैप खरीदी के दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लग चुके हैं
- सभी स्क्रैप बेचने वालों से भी पुलिस व एनआईए पूछताछ करेगी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अधारताल थानांतर्गत खजरी खिरिया बाईपास स्थित हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के गोदाम और कबाड़खाने में लगातार बमों के स्क्रैप का जखीरा निकल रहा है।
इन्हें देखकर जाँच कर्ता टीम भी सकते में है। यहाँ मौजूद खोखों को पुलिस द्वारा लगातार निष्क्रिय किया जा रहा है। इसके साथ ही अब एनआईए द्वारा यह जानकारी भी जुटाई जाने लगी है कि शमीम द्वारा कहाँ-कहाँ से स्क्रैप लिया जाता था।
ओएफके और एयरफोर्स अफसरों से भी हाेगी पूछताछ-
जानकारों का कहना है कि एनआईए आगामी दिनों में आयुध निर्माणी खमरिया के अधिकारियों के अलावा आमला एयरफोर्स के अफसरों से भी स्क्रैप बेचने के मामले में पूछताछ करेगी।
अभी तक हुई पड़ताल में शमीम कबाड़ी द्वारा विभिन्न जगहों से स्क्रैप खरीदी के दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लग चुके हैं। इन कागजातों की पुलिस अधिकारियों द्वारा जाँच की जा रही है। इसके पश्चात उन सभी स्क्रैप बेचने वालों से भी पुलिस व एनआईए पूछताछ करेगी।
रिमांड खत्म होने पर फहीम को भेजा जेल
इस मामले में पुलिस ने शमीम के बेटे फहीम और सुल्तान को गिरफ्तार किया था। उन दोनों को पुलिस द्वारा रिमांड पर लिया गया। इसके बाद रिमांड खत्म होने पर दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से सुल्तान को जेल भेज दिया गया वहीं फहीम को दो और दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया था।
जहाँ से शुक्रवार को रिमांड खत्म होने पर फहीम को दोबारा न्यायालय में पेश कर उसे वहाँ से जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है कि शमीम के कबाड़खाने में 25 अप्रैल को विस्फोट होने से करीब दस हजार वर्गफीट में फैला उसका कबाड़खाना ढह गया था। वहीं विस्फोट की गूँज पाँच से छह किलोमीटर तक के इलाके में सुनाई दी थी।
वर्षों पुराने दस्तावेज मिले-
इस बीच रिमांड के दौरान पुलिस द्वारा फहीम को उसके घर एवं अन्य ऑफिसों में भी ले जाया गया। इसके अलावा उन लोगों के घरों में भी फहीम को लेकर टीम पहुँची, जहाँ पुलिस को संदेह था कि शमीम एवं फहीम ने दस्तावेज छिपाकर रखे हुए हैं।
इस दौरान कई दस्तावेज भी एसआईटी के हाथ लगे हैं। उक्त सभी दस्तावेज आयुध निर्माणियों सहित अन्य संस्थानों से स्क्रैप खरीदी के बताए जा रहे हैं।
निष्क्रिय करने का काम जारी-
उधर एनएसजी ने शुक्रवार को भी जाँच की और कई बमों एवं उनके खोखों को भी नष्ट किया। इन खोखों की संख्या इतनी ज्यादा है कि एक साथ इन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता। इसी के चलते उन्हें धीरे-धीरे नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
पुलिस की मानें तो जाँच टीमें शमीम के करीबियों, परिजनों और रिश्तेदारों सहित पुराने साथियों पर भी नजर रखे हुए है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि शमीम के देश में और कहाँ-कहाँ पर रिश्तेदार व करीबी रहते हैं।