पटवारी हड़ताल: सीमांकन, नामांतरण के साथ चुनावी कार्य भी हो रहे प्रभावित

सामूहिक अवकाश का दूसरा दिन, मुख्यालय और तहसीलों में भटकते नजर आ रहे लोग

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-25 10:03 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

अपनी विभिन्न माँगों काे लेकर जिले के पटवारी 3 दिनों के सामूहिक अवकाश पर हैं। इसके चलते कलेक्ट्रेट और तहसीलों में आम नागरिक भारी परेशान हैं। न तो सीमांकन के कार्य हो पा रहे हैं और न ही नामांतरण के। इसके साथ ही पीएम किसान, सीएम किसान, गिरदावरी, कृषि संगणना यहाँ तक की चुनावी कार्य पर भी प्रभाव पड़ा है। पटवारियों के आंदोलन की यह शुरुआत है और यदि कोई रास्ता नहीं निकला तो जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

वेतन, पदोन्नति सहित अन्य माँगों को लेकर पटवारी लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही दिया जाता रहा है। अप्रैल माह में भी पटवारियों ने हड़ताल की थी तब उन्हें आश्वासन दिया गया और वे मान गए। अब एक बार फिर से पटवारी आंदोलन कर रहे हैं। पटवारियों ने बताया कि उनके साथ नौकरी पर आए अन्य विभागों के कर्मचारी अधिकारी बन गए और वेतनमान आसमान पहुँच गया लेकिन पटवारियों को अभी तक न तो पदोन्नति मिली है और न ही वेतन की बढ़ोत्तरी हुई है। हमसे राजस्व विभाग के अलावा अन्य सभी विभागों के कार्य कराए जाते हैं लेकिन कोई लाभ नहीं दिया जाता है।

28 से कलमबंद हड़ताल | पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष जागेन्द्र पीपरी ने बताया कि 23 से 26 तक तो सभी पटवारी सामूहिक अवकाश पर हैं लेकिन माँगों को पूरा नहीं किया गया तो शनिवार और रविवार के अवकाश के बाद 28 अगस्त से प्रदेश भर के पटवारी कलमबंद हड़ताल पर चले जाएँगे। ऐसा हुआ तो इसके बाद पटवारी तभी काम पर लौटेंगे जब माँगों को पूरा कर दिया जाएगा।

मतदान केन्द्रों की रिपोर्ट ली जाती है | बताया जाता है कि इन दिनों चुनावी तैयारी भी चल रही है और मतदाता सूची का कार्य तेजी से किया जा रहा है, साथ ही मतदान केन्द्रों की तैयारियाँ भी हो रही हैं। पटवारियों से ही मतदान केन्द्रों की रिपोर्ट ली जाती है लेकिन अवकाश पर रहने के कारण यह रिपोर्ट भी नहीं मिल पा रही है।

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