Jabalpur News: बरगी बाँध के 9 गेटों से छोड़ा जा रहा पानी, अन्य सहायक नदियाें का भी जलस्तर बढ़ा
- नर्मदा फिर उफान पर, खो गया धुआँधार
- बुधवार को शहर में अधिकतम तापमान में गिरावट देखी गई।
- एक मानसून सीजन में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब जलप्रपात गायब हो गया।
Jabalpur News: बारिश के कारण नर्मदा की सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने और बरगी बाँध से छोड़े जा रहे पानी के चलते नर्मदा फिर से उफान पर है। गौरीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट समेत नर्मदा के अन्य तटों पर बाढ़ का नजारा है।
बुधवार को भेड़ाघाट में एक बार फिर ऐसा दृश्य बना कि धुआँधार फाॅल ही पानी में गुम हो गया। बढ़े हुए जलस्तर के कारण प्रपात जल से समतल हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक मानसून सीजन में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब जलप्रपात गायब हो गया।
बीते कुछ दिनों में हुई बारिश के चलते फिर से यह स्थिति बनी है। बरगी बाँध के 9 गेटों से नर्मदा में पानी छोड़ा जा रहा है। बाँध का जलस्तर 422.30 मीटर है। बाँध के गेटों को औसत रूप से 1.16 मीटर की सीमा तक खोला गया है। बुधवार को नर्मदा में 1830 घनमीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से पानी छोड़ा जा रहा था।
औसत से अधिक बारिश
जिले में अब तक 57.33 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो कि जिले में होने वाली औसत बारिश से अधिक है। बुधवार को शहर में अधिकतम तापमान में गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से 4 डिग्री कम था, वहीं न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से 2 डिग्री कम था। मौसम वैज्ञानिकों ने संभाग के विभिन्न जिलों में कहीं-कहीं वर्षा की संभावना व्यक्त की है।
खतरे के बावजूद समीप तक जा रहे लोग
नर्मदा में बढ़े जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। लोगों को तटों के समीप तक नहीं जाने के लिए आगाह किया गया है। इस चेतावनी व खतरे के बाद भी लोग पानी में जाने से नहीं हिचक रहे हैं। धुआँधार के नजदीक बड़ी संख्या में लोग जलक्रीड़ा करते देखे जा सकते हैं।
इन्हें राेकने के इंतजाम नदारद हैं। दुर्घटना से बचाव के लिए कोई गार्ड भी मौजूद नहीं है। यह लापरवाही भारी भी पड़ सकती है।