जबलपुर: 52 करोड़ के सगड़ा रेल ब्रिज की अटक गई फाइल, सवा साल में नहीं मिल पाई स्वीकृति
लोक निर्माण मंत्रालय में टेंडर से पहले रुका मामला, यहाँ से रिमाइंडर के बाद अब तक नहीं मिल सकी हरी झंडी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
हाईवे, लम्हेटा चौराहे पर हर दिन होने वाले हादसों को रोकने के लिए यहाँ पर लोक निर्माण विभाग ने सगड़ा रेल क्राॅसिंग पर रेल ब्रिज बनाने का निर्णय लिया है। लोक निर्माण सेतु ने इसको स्वीकृति दे दी पर मामला टेण्डर की प्रक्रिया में आता उसके पहले ही यह अटक गया। इसकी फाइनल प्रोसेस को लेकर सवा साल से प्रपोजल लंबित है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 52 करोड़ से प्रस्तावित इस उपयोगी रेल ब्रिज की फाइल लोक निर्माण मंत्रालय भोपाल में जाकर अटक गई है। स्थानीय स्तर पर यहाँ से इसको लेकर प्रपोजल रिमाइंडर भी भेजा जा रहा है पर भोपाल में मामला आगे ही नहीं बढ़ सका है। इधर हाईवे के लम्हेटा चौराहे पर जब कोई हादसा होता है तो जनता पूछती है कि आखिर सगड़ा का रेल ब्रिज बनना कब शुरू होगा। इसके न बन पाने से लोगों को हाईवे के इस चौराहे पर ट्रैफिक को लेकर खासी परेशानी के साथ निकलते वक्त डर या खौफ भी रहता है। लोक निर्माण सेतु के ईई नरेन्द्र शर्मा कहते हैं कि इस ब्रिज को लेकर स्थानीय स्तर पर सारी प्रक्रियाएँ पूरी की हैं। प्रशासकीय स्वीकृति मिलते ही आगे निर्माण को लेकर वर्क होगा।
लम्हेटा चौराहे के करीब जहाँ इसे बनना है, वहाँ हर दिन हो रहे हादसे
शहर के फैलाव के साथ यह व्यस्त मार्ग
मेडिकल से आगे सगड़ा मार्ग से लम्हेटा, गोपालपुर, भेड़ाघाट जैसे नर्मदा तटों तक जाने के लिए इस सड़क काे सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जा रहा है। पर्यटन के लिहाज से साथ ही नई बसाहट, बीच में हाईवे चौराहे के कारण भी इसमें बीते कई सालों में ट्रैफिक बढ़ा है। यहाँ जो रेलवे क्राॅसिंग है उसमें शाम के वक्त जाम लगता है। आने वाले समय में दक्षिण के लिए जब रेल गाड़ियों की संख्या और बढ़ेगी तो इस रेलवे क्राॅसिंग में जाम और ज्यादा लगेगा। कई तरह की परेशानियों के मद्देनजर यह ब्रिज बनाना बहुत जरूरी है।
इसलिए बनाया जाना है यह सेतु
सगड़ा रेलवे क्राॅसिंग से आगे बढ़ते ही लम्हेटा का हाईवे चौराहा है। हाईवे मिलान पर रात के वक्त यहाँ से निकलना बेहद मुश्किलों भरा होता है। एक तरफ से हाईवे में तिलवारा की ओर वाहन आते हैं तो एक तरफ से अंधमूक चौराहे की ओर से भी भारी वाहन आते हैं, साथ ही सगड़ा, लम्हेटा की ओर से भी वाहन आते हैं इन हिस्सों से वाहन आने पर निकलना बेहद कठिन और कई बार तो खतरनाक भी होता है। विशेष तौर पर वाहनों की गति को नियंत्रित और आगे बढ़ पाना परेशानी भरा है। बढ़ती दुर्घटनाओं के चलते इस हिस्से में रेल ब्रिज बनाने की माँग उठी, उसके बाद यहाँ आरओबी के लिए प्रपोजल भेजा गया।
तीन विभागों के समन्वय से बनना है
यह रेल ब्रिज रेलवे के साथ लोक निर्माण सेतु, नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया के सहयोग से बनना है। सगड़ा फाटक के ऊपर रेलवे काम करने की अनुमति दे चुका है। हाईवे के क्राॅस करने पर एनएचएआई अपनी सहमति दे चुका है। यह ब्रिज हाईवे को क्राॅस करते हुए लम्हेटा की ओर बनना है।