उपक्रम: अमरावती जिले में 47 हजार 540 निरक्षरों का हुआ पंजीयन : पांडा

{पांच वर्ष में 3 लाख 6 हजार 800 को साक्षर करने का लक्ष्य

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-01 09:29 GMT

डिजिटल डेस्क, अमरावती । जिले में कुल 47 हजार 540 निरक्षरों ने पंजीयन करवाया है। सरकार ने 5 वर्ष में जिले में 3 लाख 6 हजार 800 का लक्ष्य दिया है। कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन करने सर्वे करें। सभी संबंधित यंत्रणा योजना को सफल बनाने के लिए पूरी क्षमता से काम करें। यह बात जिप सीईओ अविश्यांत पांडा ने कही। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम 2022-2027 में गठित नियामक परिषद समिति एवं कार्यकारी समिति की दूसरी बैठक हुई। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की प्रकृति, सहभागी प्रणालियों की लागत, प्रावधान, प्रणालियों की जिम्मेदारी के बारे में जानकारी दी। साथ ही बताया कि योजना राज्य में वर्ष 2022-23 में कुछ जिलों में पायलट आधार पर शुरू की थी। साथ ही योजना इसी साल से पूरे प्रदेश में शुरू कर दी है। इसमें 15 से 35 वर्ष के निरक्षरों को साक्षर बनाया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत एक स्वयंसेवक 10 निरक्षरों को साक्षर बनाएगा।पूरे जिले में 1 हजार 820 स्वयंसेवक नियुक्त करेंगे। स्वयंसेवक 8वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। निरक्षरों का सर्वेक्षण प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। योजना के क्रियान्वयन में प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, अभिभावक-अभिभावक संघों, स्वयं सहायता समूहों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ राष्ट्रीय छात्र सेना, राष्ट्रीय सेवा योजना का सहयोग लिया जाएगा। योजना का उद्देश्य निरक्षरों को पढ़ने-लिखने, दैनिक गणना करने, डिजिटल उपकरणों का उपयोग करने में सक्षम बनाना है। बैठक में शिक्षा पदाधिकारी सैयद राजिक सैयद गफ्फार, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी चन्द्रशेखर खंडारे, जिला व्यवसाय एवं कौशल विकास अधिकारी प्रांजली बारस्कर, डाइट प्रतिनिधि विजय शिंदे, प्राचार्य एन.जी. देशमुख, संजय कालमेघ, आर.एस. राऊत, जिला सूचना अधिकारी अपर्णा यावलकर, बुद्धभूषण सोनोने, अनिल कोल्हे, प्रीतम गंगाने उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News