जेपी जयंती पर मचा घमासान: JPNIC जाने से रोका तो जेपी नारायण की दूसरी प्रतिमा ले आए, बीच सड़क पर अखिलेश यादव ने किया माल्यार्पण
- जेपी जयंती पर लखनऊ में चढ़ा सियासी पार
- सपा मुखिया प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए अड़े
- अखिलेश यादव के घर के बाहर की गई बैरिकेडिंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती को लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हंगामा मच गया है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (JPNIC) जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करने से रोका गया तो वह सड़क पर ही प्रतिमा लाए और सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर माल्यार्पण कर दिया। दरअसल, अखिलेश यादव जेपीएनआईसी जाकर जेपी की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए अड़े हुए थे। उन्होंने घोषणा की थी कि वह शुक्रवार सुबह 10 बजे प्रतिमा माल्यार्पण करेंगे। वहीं, यादव को रोकने के लिए यूपी सरकार ने कई हथकंडे अपनाए। अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरिकेडिंग लगाई गई। साथ ही, कल रात जेपी सेंटर के बाहर टीन की दीवार भी बनवाई गई। जिसके चलते लखनऊ में सियासी घमासान मच गया।
आपको बता दें कि, लखनऊ में मचे हंगामे के बीच अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी खुद तो अपना त्योहार मना रही है लेकिन समाजवादी लोगों को उनका त्योहार मनाने से रोक रही है, ऐसे में । सपा चीफ ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा- सरकार जेपी की प्रतिमा बेचना चाहती है।
सपा कार्यकर्ता गुस्साए
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर लगाए गए बैरिकेड्स को लांघकर आगे बढ़े।
#WATCH | Uttar Pradesh | Samajwadi Party workers climb over barricades put outside the residence of the party's chief Akhilesh Yadav.SP chief Akhilesh Yadav is scheduled to visit JPNIC in Gomti Nagar, today, on the birth anniversary of Jayaprakash Narayan. pic.twitter.com/tEA9b8oPOO
— ANI (@ANI) October 11, 2024
अखिलेश यादव आगबबूला
सपा मुखिया अखिलेश यादव को जेपी सेंटर जाके जेपी प्रतिमा को श्रद्धांजलि देने से रोके जाने पर उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया है। यादव ने कहा, "भाजपाई लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मक का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं ‘जय प्रकाश नारायण जी’ की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गयी है।
भाजपा ने श्रद्धांजलि के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने PDA के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने सौहार्द के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने अमन-चैन के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने संविधान के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने आरक्षण के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने किसानों के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने नारी-सम्मान के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने युवा-विकास के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने सच्चे मीडिया के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने नौकरी के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने कारोबार के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने पेंशन के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने शिक्षामित्रों के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने शिक्षक भर्ती के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने आशा-आंगनबाड़ी के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने ‘यश भारती’ के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने कलाकर्मियों के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने सच्चे खिलाड़ियों के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने सामाजिक न्याय के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने समता-समानता के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने हक़ माँगनेवालों के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने ख़ुशहाली के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने तरक़्क़ी के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने सुनहरे भविष्य के रास्ते रोके हैं, भाजपा ने स्वतंत्रता के रास्ते रोके हैं।
सपा मुखिया ने आगे कहा- भाजपाई हमेशा स्वतंत्रता-सेनानियों और स्वतंत्रता आंदोलन के विरोधी रहे हैं। रास्ते रोकना इन्होंने औपनिवेशिक शक्तियों के साथ रहने और दबे-छुपे उनका साथ देने से सीखा है। जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!