लाहौर हाईकोर्ट में पेशी से पहले शहबाज सरकार पर बरसे इमरान, कहा - मेरे लिए गुलामी से बेहतर मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 9 मई को पाकिस्तान के पू्र्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश का सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इस बीच इमरान खान ने एक बार फिर शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज लाहौर हाईकोर्ट में पेश होने से पहले उनको गिरफ्तार किया जा सकता है। दरअसल, इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन किए थे जिसको लेकर इमरान पर हिंसा भड़काने के आरोप में कई मामले दर्ज हुए थे। इन्हीं मामलों को लेकर आज इमरान के लाहौर हाईकोर्ट में पेश होने की संभावना है।
कोर्ट में पेशी से पहले इमरान खान ने शहबाज सरकार द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने की आशंका जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'जिस समय मैं जेल में था उस दौरान उन्होंने हिंसा के बहाने जज, ज्यूरी और जल्लाद की भूमिकाएं निभाईं।' उन्होंने अपनी पत्नी बुशरा बेगम को गिरफ्तार करने की आशंका भी जाहिर की। इमरान ने कहा, 'शहबाज सरकार की योजना बुशरा बेगम को जेल में डालने की है, जिससे मुझे अपमानित किया जाए। साथ ही वो मेरे खिलाफ राजद्रोह जैसे मामले का गलत उपयोग करके मुझे 10 साल के लिए जेल भेजना चाहते हैं।'
डर पैदा करने की कोशिश
इमरान खान ने कहा कि 'मेरी गिरफ्तारी के बाद 16 मई को सरकार दोबारा इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा देगी। उन्होंने बताया कि अभी पीटीआई समर्थकों के साथ-साथ आम इंसानों के साथ भी मारपीट हो रही है उनके घरों में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की जा रही है। पुलिस लोगों के घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों के साथ तक अभद्रता कर रही है। इमरान ने कहा कि ये सब लोगों में डर पैदा करने के लिए किया जा रहा है। ताकि कल जब वे मुझे अरेस्ट करने के लिए आएं तो कोई भी मेरे समर्थन में बाहर न निकले।'
इमरान ने आगे कहा, 'ये सब सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। सरकार का मकसद पीटीआई के नेतृत्व, उसके कार्यकर्ताओं पर नकेल कसकर देश की एकमात्र संघीय पार्टी पर प्रतिबंध लगाना है। उन्होंने शहबाज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ये सब इसलिए कर रही है ताकि उनके इन नापाक कामों के खिलाफ कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया न हो। इसके लिए वह दो काम कर रहे हैं। पहला काम ये कि वह पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ आम नागरिकों को भी प्रताड़ित कर रहे हैं दूसरा वह मीडिया की पूरी तरह से अपने नियंत्रण में ले रहे हैं।'
इमरान अपने ट्वीट में पाकिस्तान के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि 'मैं अपने खून की आखिरी बूंद तक आजादी के लिए लड़ूंगा। क्योंकि मेरे लिए इन बदमाशों का गुलाम होने से बेहतर मरना होगा।'
इमरान ने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट के बाहर सरकार की गठबंधन पार्टी पीडीएम के चीफ फजलुर रहमान और उनके समर्थकों का विरोध प्रदर्शन करने का मकसद भी केवल न्यायपालिका पर दबाव डालना है। ऐसा करके वह पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश को डराना चाहते हैं ताकि वह पाकिस्तान के संविधान के अनुसार कोई भी निर्णय न ले सकें। उन्होंने कहा कि देश इससे पहले 1997 में भी गैर-लीग गुंडों द्वारा सर्वोच्च न्यायालय पर एक बड़ा हमला देख चुका है। तब भी इसी तरह कोर्ट पर हमला करके तत्कालीन चीफ जस्टिस सज्जाद अली शाह को हटा दिया गया था।'
बता दें कि पीडीएम यानी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के कार्यकर्ता इस्लामाबाद में सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। वह कोर्ट द्वारा इमरान की रिहाई के फैसला का विरोध कर रहे हैं।
Created On :   15 May 2023 1:52 PM IST